कानपुर: सूबे में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल ने 45 सीटों पर चुनाव लड़ने की मंशा जताई है. इसमें कानपुर की भी दो सीटें शामिल हैं. अनुप्रिया अपने प्रत्याशी को मैदान में उतारने की अपनी मंशा से प्रदेश भाजपा नेतृत्व को अवगत करा चुकी हैं. बता दें कि अनुप्रिया ने कानपुर की कैंट विधानसभा सीट और सीसामऊ विधानसभा सीट से प्रत्याशी उतरने का मन बनाया है.
कानपुर महानगर से शुरु हुई अपना दल पार्टी अब कानपुर में अपना वर्चस्व बनाना चाहती है. साथ ही पार्टी प्रमुख व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने अपनी इस मंशा से भाजपा को अवगत करा दिया है. जानकारी के मुताबिक अपना दल ने भाजपा से यूपी में विधानसभा चुनाव के लिए 45 सीटों पर लड़ने की मंशा जताई है, जिनमें कानपुर की 2 सीटें शामिल हैं.
अपना दल की अनुप्रिया पटेल का कहना है कि अपना दल पार्टी कानपुर की कैंट विधानसभा और सीसामऊ विधानसभा से अपना प्रत्याशी उतारने की मंशा से भाजपा को अवगत करा चुकी है. इधर, माना जा रहा है कि अपना दल ने यह सीट इसलिए चुनी है, क्योंकि इन दोनों ही सीटों पर भाजपा का कभी भी वर्चस्व नहीं रहा है.
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अगर इतिहास उठाकर देखें तो सीसामऊ विधानसभा सीट हमेशा से ही समाजवादी पार्टी के खेमे में रही है. वर्तमान विधायक की बात की जाए तो सीसामऊ विधानसभा से समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी है. वहीं, अगर कैंट विधानसभा सीट की बात की जाए तो इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है और सोहेल अंसारी यहां के विधायक हैं.
वहीं, इससे पहले चुनाव में भाजपा के विधायक रघुनंदन भदौरिया जरूर एक बार विधायक रहे हैं. लेकिन इस बार मोदी लहर होने के बावजूद भी भारतीय जनता पार्टी कैंट विधानसभा और सीसामऊ विधानसभा में अपना वर्चस्व कायम नहीं कर पाई थी. कैंट विधानसभा और सीसामऊ विधानसभा में भाजपा का वर्चस्व न हो पाने के चलते अपना दल ने इन दोनों विधानसभा सीटों से अपना प्रत्याशी देने का मन बनाया है.
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