कानपुर: शहर के परेड चौराहे पर तीन जून 2022 को हिंसा हुई थी. उस हिंसा में बाबा बिरयानी रेस्टोरेंट के संचालक मुख्तार बाबा पर मुख्य आरोपियों को फंडिंग करने का मुकदमा दर्ज किया गया था. कुछ समय बाद मुख्तार बाबा को जमानत भी मिल गई, पर अब एक बार फिर से मुख्तार बाबा के सितारे गर्दिश में आ गए हैं.
गुरुवार को जिला प्रशासन के अफसरों ने बेकनगंज स्थित मुख्तार बाबा के बाबा बिरयानी रेस्टोरेंट को सील कर दिया. मौके पर मौजूद मुख्तार बाबा के अधिवक्ताओं और पुलिसकर्मियों के बीच तीखी नोंकझोंक भी हुई. मगर, अफसर नहीं माने अफसरों का कहना था, जिस जमीन पर रेस्टोरेंट संचालित है. वह शत्रु संपत्ति घोषित हो गई है. ऐसे में उस संपत्ति पर रेस्टोरेंट का संचालन नहीं हो सकता. वहीं, इस मामले पर खाद्य सुरक्षा आयुक्त वीपी सिंह ने बताया कि उनकी टीम के सदस्यों ने रेस्टोरेंट के खाद्य पदार्थों के नमूने ले लिए. अब सभी का परीक्षण कराया जाएगा और जो रिपोर्ट तैयार होगी, उसके आधार पर सख्त कार्रवाई होगी.
पाक नागरिक से किया था जमीन का सौदाः बेकनगंज स्थित जिस जमीन पर मुख्तार बाबा सालों से रेस्टोरेंट चला रहा था, उसका सौदा उसने सालों पहले बहुत कम दाम में पाक नागरिक से किया था. पिछले साल ही इस जमीन की फाइल जिला प्रशासन के अफसरों ने निकाली थी. रेस्टोरेंट के बगल में रहने वाले कई परिवारों को नोटिसें भी दी गई थीं. हालांकि, उसके बाद मुख्तार बाबा परेड हिंसा के मामले में जेल गया. उस स्थिति में मामला ठंडा पड़ गया था, मगर अब जिला प्रशासन के अफसरों ने एक बार फिर से शत्रु संपत्ति की फाइलों को खंगालना शुरू कर दिया है. इस पूरे मामले पर डीएम विशाख ने बताया कि जो शत्रु संपत्तियां हैं उन्हें जल्द कब्जामुक्त कराएंगे.
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