कानपुर: शहर में पिछले कई सालों से संचालित लगभग 40 गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे (Survey of Unrecognized Madrasas) किया जाएगा. सर्वे के दौरान जो जानकारी सामने आएगी, उसकी रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जाएगी. सोमवार से इसकी शुरुआत हो चुकी है.
एसडीएम सदर हिमांशु नागपाल ने जिला अल्पसंख्यक अधिकारी पीके सिंह के साथ शहर के जाजमऊ में स्थित दो मदरसों का सर्वे (Madrasas Survey in kanpur) किया. जैसे ही प्रशासनिक अफसर मदरसा पहुंचे वैसे ही आसपास के क्षेत्र में जांच के नाम पर हड़कंप मच गया. हालांकि प्रशासनिक अफसरों ने संचालकों से मदरसों में शिक्षकों की संख्या, भौतिक सुविधाएं, मदरसा से संबंधित सोसाइटी, भूमि समेत अन्य जानकारियां हासिल की.
जिला अल्पसंख्यक अधिकारी पीके सिंह ने बताया कि फिलहाल दो मदरसों का सर्वे किया गया है. अब लगातार अन्य मदरसों की स्थिति को देखा जाएगा. उन्होंने बताया कि विभाग ने जिन जिलों के गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की सूची तैयार की है, उसके मुताबिक शहर में इनकी कुल संख्या लगभग 40 है. जिन दो मदरसों को देखा गया, उनमें एक मदरसा में 165 और दूसरे में 150 बच्चे उपस्थित थे.
शासन ने 12 बिंदुओं पर मांगी है रिपोर्ट: योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में पहली बार गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे कराया जा रहा है. विपक्ष के नेताओं ने इस मामले पर सरकार को लेकर कटाक्ष भी किया था. हालांकि, अब सर्वे के लिए शासन स्तर से कुल 12 अलग-अलग बिंदु बनाए गए हैं, जिनमें मदरसा से जुड़ी हर छोटी से छोटी जानकारी शामिल है.
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