कानपुर: सूबे को उत्तम प्रदेश बनाने की दिशा में कदम बढ़ा चुकी योगी सरकार के पास ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट (जीआईएस) के द्वारा जो प्रस्ताव आए हैं, उनसे अब यह आस जगी है, कि निश्चित तौर पर प्रदेश में आर्थिक विकास होगा. हालांकि, उसके लिए सबसे जरूरी है कि उन प्रस्तावों को धरातल पर लाया जा सके, और निवेशकों द्वारा औद्योगिक इकाईयों का संचालन शुरू हो.
ऐसे में कानपुर के अंदर 82 हजार करोड़ रुपये के जो निवेश प्रस्ताव जीआईएस के दौरान आए थे, अब ग्राऊंड ब्रेकिंग सेरेमनी तक उनमें से करीब 30 हजार करोड़ रुपये के प्रस्तावों को धरातल पर क्रियान्वित कराने की तैयारी है. इसके लिए अफसरों ने उद्यमियों से वार्ता करनी शुरू कर दी है. फाइलों को बाहर निकाला जा रहा है और जमीन आदि का स्थलीय निरीक्षण कराने के साथ ही यह लक्ष्य है कि सितंबर तक 30 से 40 फीसद औद्योगिक इकाईयों का संचालन शुरू हो जाए.
इस पूरे मामले पर उपायुक्त उद्योग सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी तक शहर के अंदर 200 से अधिक नई इकाइयों का संचालन शुरू हो जाएगा. इसके लिए कवायद शुरू कर दी गई है. उन्होंने कहा कि ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट (जीआईएस) के दौरान विभाग के पास 400 से अधिक इकाइयों के निवेश संबंधी प्रस्ताव आए हैं. सभी प्रस्तावों का परीक्षण किया जा रहा है जो इकाइयां जल्द से जल्द शुरू हो सकती हैं, उन पर पहले काम होगा.
ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में ये अहम प्रस्ताव आए
इकाई और कुल निवेश की गई राशि
सिया मेटल्स प्रा.लि. | 50 करोड़ रुपये |
आधुनिक मैटीरियल एंड साइंसेस प्रा.लि. | 46 करोड़ |
ग्रोनमोर इंटरनेशनल लि. | 45 करोड़ |
काश्वी प्लास्टिक लि. | 50 करोड़ |
पूजा प्लास्टिक लि. | 50 करोड़ |
बोरकर पैकेजिंग प्रा.लि. | 50 करोड़ |
ग्लोब टेनर्स | 52 करोड़ |
प्रिसिजन पार्ट्स लि. | 50 करोड़ |
परफेक्ट मल्टीप्लास्ट लि. | 50 करोड़ |
मेगा लेदर क्लस्टर | 5850 करोड़ |