कानपुरः जाजमऊ थाना क्षेत्र में सेप्टिक टैंक की सफाई करने के दौरान 3 मजदूरों की मौत हो गयी. टैंक की सफाई के दौरान जहरीली गैस से टैंक के अंदर ही उनका दम घुट गया. आनन-फानन में उन्हें उपचार के लिए हैलट अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने तीनो को मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को रोस्चमार्टम के लिए भेज दिया. वहीं, परिजनों ने शुक्रवार को पोस्टमार्टम हाउस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. परिजनों ने सड़क जाम कर मुआवजे की मांग की. पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद समझा-बुझाकर इन्हें शांत कराया.
जाजमऊ थाना क्षेत्र के इंस्पेक्टर ने कहा कि गुरुवार देर रात शालीमार टेनरी में सेप्टिक टैंक की सफाई करते समय तीन मजदूरों की मौत हो गई. इनमें 2 नौबस्ता थाना क्षेत्र और एक बिधनू थाना क्षेत्र के निवासी थे. इनकी पहचान सुखबीर सिंह, सत्यम यादव और सोनू बाल्मीकि के रुप में हुई है. तीनो के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. इसके साथ ही मामले की जांच भी की जा रही है. किस स्थिति में मजदूरों को टैंक में उतारा गया था. मानक के अनुरूप काम कराया जा रहा था या नही. अगर जांच में कोई कमी पाई जाएगी तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, मृतकों के परिजनों ने आरोप लगाया की मजदूरों के शवों को अस्पताल में छोड़ कर टेनरी प्रबंधन के लोग भाग गए. पुलिस की सूचना के बाद परिजन अस्पताल पहुंचे. परिजनों का ये भी आरोप है कि उनसे जबरन सेप्टिक टैंक साफ कराया जा रहा था. मृतक सत्यम के भाई का आरोप है कि उसका भाई ड्राइवर था. उसके साथ 2 और हेल्पर थे. उनसे ड्राइवर का काम न करा कर जबरन सेप्टिक टैंक की सफाई कराई जा रही था. जिस वजह से उसके भाई की जान चली गयी. मृतकों परिजन टेनरी प्रबंधन के खिलाफ आक्रोशित है
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