कानपुर: केंद्र और प्रदेश सरकार ने मिलकर शहर के चमड़ा उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का रोडमैप तैयार कर दिया है. ऐसा पहली बार है, जब किसी सरकार ने चमड़ा उद्योग को 1700 करोड़ का राहत पैकेज दिया है. इस पैकेज से अब रमईपुर मेगा लेदर क्लस्टर बन जाएगा. जिससे शहर का चमड़ा और चमड़ा का निर्यात दो गुना हो जाएगा. चीन और बांग्लादेश को भी शहर के कारोबारी अब पीछे छोड़ देंगे. उन्नाव स्थित बंथर में 100 करोड़ की लागत से डिजाइन स्टूडियो बनेगा. इससे शहर के कारोबार नए-नए डिजाइन के उत्पाद बनाकर दुनिया को बेच सकेंगे. इतना ही नहीं बंथर में ही सेंट्रल फुटवियर ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट सीएफटीआई का सब सेंटर जल्द खुलेगा. इससे तकनीक दक्ष तैयार हो सकेंगे. गुरुवार को यह जानकारी खलासी लाइन स्थित एलन हाउस संस्थान में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान मेगा लेदर क्लस्टर के अध्यक्ष मुख्तारूल अमीन ने दी.
उन्होंने बताया कि मेगा लेदर क्लस्टर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा. क्लस्टर के लिए पर्यावरण संबंधी सभी प्रकार की मंजूरी मिल चुकी है. उन्होंने बताया कि पिछले साल शहर आने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेगा लेदर क्लस्टर का जिक्र अपने भाषण में किया था. उन्होंने बताया कि चमड़ा उद्योग से कोरोना संकट खत्म हो चुका है. पूरी दुनिया एक नए रूप में कानपुर समेत देश भर के चमड़ा उद्योग को देख रही है. इस राहत पैकेज के लिए सभी चमड़ा कारोबारियों ने पीएम मोदी व सीएम योगी को- थैंक्यू बोला है. वहीं, वार्ता के दौरान चर्म निर्यात परिषद के क्षेत्रीय अध्यक्ष जावेद इकबाल, मेगा लेदर क्लस्टर के प्रबंध निदेशक अशरफ रिजवान मौजूद रहे.
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दरअसल इस मेगा लेदर क्लस्टर में 200 प्लाट हैं और सौ फ्लैटेड फैक्ट्री बनेंगी. चमड़ा उद्योग को कंपोनेंट उद्योग में आत्मनिर्भर बनाने के लिए कंपोनेंट उद्योग को भी अपनी इकाई लगाने के लिए आमंत्रित किया गया है. क्लस्टर बनने से दो लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. इसकी लागत 451 करोड़ है. दो सौ करोड़ केंद्र सरकार देगी. यहां पर 13 हजार करोड़ निवेश आएगा. कारोबारियों ने बताया कि अमेरिका में चीन के बने उत्पादों का दबदबा है. लेकिन कोरोना के बाद से अमेरिका समेत पूरी दुनिया कानपुर समेत देश भर के चमड़ा कारोबारियों के साथ कारोबार करना चाह रही है. इससे चमड़ा उद्योग में आने वाले समय में बड़ा बूम देखने को मिलेगा.
चमड़ा उद्योग को मिला पैकेज
मेगा लेदर, फुटवियर और एसेसरीज क्लस्टर डेवलेपमेंट 300 करोड़, चर्म क्षेत्र का एकीकृत विकास 500 करोड़, सतत प्रौद्योगिकी और पर्यावरण संवर्घन 500 करोड़, चर्म और फुटवियर क्षेत्र में भारतीय ब्रांडों का प्रचार योजना 100 करोड़, डिजाइन स्टूडियो का विकास 100 करोड़ और संस्थागत सुविधाओं की स्थापना पर 200 करोड़ खर्च होंगे.
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