कानपुर देहात: जनपद में बुधवार को बहुचर्चित बिकरू कांड के दो आरोपी और विकास दुबे के गुर्गों ने कोर्ट में सरेंडर किया है. विकास दुबे के गुर्गे शिवम दुबे और विष्णु पाल उर्फ जिलेदार ने जनपद न्यायालय में सरेंडर किया है.
दोनों अपराधियों पर बिकरू कांड में शामिल होने और विकास दुबे की मदद करने का आरोप है. कानपुर नगर पुलिस ने दोनों पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. ये दोनों ही आरोपी बिकरू कांड के बाद से फरार चल रहे थे. यूपी एसटीएफ और कानपुर पुलिस दोनों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही थी. यूपी एसटीएफ और कानपुर पुलिस को चकमा देकर शिवम दुबे और विष्णु पाल उर्फ जिलेदार ने स्पेशल जज दस्यु प्रभावित कोर्ट में सरेंडर कर दिया. स्पेशल जज दस्यु प्रभावित न्यायाधीश ने दोनों को जेल भेज दिया है.
क्या था बिकरू कांड ?
बीती दो जुलाई की रात कानपुर जिले के चौबेपुर स्थित बिकरू गांव में कुख्यात विकास दुबे को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस पर विकास और उसके साथियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी. इसमें सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. बिकरू कांड के कई आरोपी पुलिस से बचकर कोर्ट में सरेंडर कर चुके हैं. कुख्यात विकास के खास रहे शिवम दुबे और विष्णु पाल उर्फ जिलेदार ने बुधवार को देर शाम कोर्ट में सरेंडर कर दिया. इसकी भनक लगते ही एसटीएफ कोर्ट परिसर से उन्हें उठाने की कोशिश करने लगी, जिससे वहां अफरा-तफरी का माहौल हो गया. इस पर अधिवक्ताओं ने जमकर विरोध भी दर्ज किया.