कानपुर देहातः मासूम से रेप में बीस साल की सजा पाये कैदी की जिलाकारागार में फांसी लगाकर मौत के मामले में एक बड़ी कार्रवाई सामने आयी है. पूरे मामले में डेर अधीक्षक और कर्मचारियों पर मृतक के पिता ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज करायी है. उधर, तीन डॉक्टरों के पैनल से मृतक कैदी का पोस्टमार्टम कराया गया था. जिसमें फांसी लगाकर मौत की वजह सामने आयी है. लेकिन परिजनों ने आरोप लगाया था कि उसे मारकर लटका दिया गया है.
ये है पूरा मामला
पूरा मामला कानपुर देहात के माती स्थित जिला कारागार का है. जहां बरौर के अंगदपुर निवासी आशीष शर्मा डेरापुर के एक गांव में डीजे लगाने बीते दिनों गया हुआ था. वहां उसने 6 फरवरी 2016 को शादी वाले घर की एक मासूम से रेप की घटना को अंजाम दिया था. जिसमें उसे आरोपी बनाया गया था. इसके बाद से वो जेल में बंद चल रहा था. दो साल पहले अच्छे चाल-चलन पर उसे लंबरदार जेल में बनाया गया. वो जेल कार्यालय में काम करता था. बीते साल 3 दिसंबर को उसे कोर्ट ने बीस साल की सजा सुनाई थी. रविवार सुबह प्रथम तल पर स्टोर में रजाई की खोल का फंदा बनाकर पंखे से उसने फांसी लगा ली थी. कुछ देर में पहुचे जेल कर्मियों ने उसे फंदे से उतार कर जिला अस्पताल भेजा था. जहां उसे डॉक्टरों ने मृतक घोषित कर दिया था. इधर जानकारी पर पहुंचे परिजनों ने डीएम आवास के बाहर हो जमकर हो हल्ला किया था. उनपर आशीष की हत्या का आरोप लगा था. इस पर जिला प्रशासन के आदेश पर वीडियोग्राफी के बीच तीन डॉक्टरों के पैनल ने उसका पोस्टमार्टम किया था.
कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी ने बताया कि मृतक के पिता की तहरीर पर कोतवाली में जेल अधीक्षक और स्टॉफ पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है. पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया था. मृतक कैदी आशीष के पिता संदीप कुमार ने पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया है कि जब भी वो जेल में बेटे से मिलने जाते थे. तो बेटा जेल प्रशासन की प्रताड़ना के बारे में अक्सर बताता था. उसने जेलर आदि से खतरा होने की बात कही थी. इसके बाद अचानक उसकी मौत की खबर मिली.