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कानपुर देहात: डेंगू से 12 से अधिक लोगों की हुई मौत

यूपी के जनपद कानपुर देहात में संक्रमण का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है. डेंगू की चपेट में आकर जिले में अब तक 12 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.

कीटनाशक दवाओं के छिड़काव के विषय में जानकारी देते अधिकारी.
कीटनाशक दवाओं के छिड़काव के विषय में जानकारी देते अधिकारी.
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Published : Oct 4, 2020, 5:08 PM IST

कानपुर देहात: प्रदेश के तमाम जिलों में कोविड और डेंगू का संक्रमण का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है. डेंगू बुखार की चपेट में आकर जिले में अब तक 12 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. डेंगू का कहर इस कदर बढ़ा है कि डेरापुर क्षेत्र में दो बच्चों की जान चली गई. वहीं जिले के आला अधिकारी लगातार कीटनाशक दवाओं के छिड़काव का दावा कर रहे हैं.


जनपद कानपुर देहात के मलासा ब्लॉक के बरगवां स्थिति गांव में एक सप्ताह में तीन महिलाओं की बुखार की चपेट में आकर मौत हो चुकी है. जिला प्रशासन की ओर से संक्रामक बीमारियों से लोगों को बचाने के लिए दवा छिड़काव के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही लगातार सफाई के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है, लेकिन इसके बाद भी गांव में सफाई अभियान नहीं चलाया जा सका है. डेरापुर विकासखंड के ललुआपुर गांव में देवेंद्र कुमार की चार वर्षीय पुत्री आयुषी को तेज बुखार आ गया. परिजन उसे अकबरपुर के निजी अस्पताल ले गए, जहां पर उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई. बच्ची की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बूरा हाल है.


उधर मवईमुक्ता गांव निवासी विजयपाल के 5 वर्षीय पुत्र सत्यम की बुखार के चलते हालत बिगड़ गई. परिजनों ने उसे अकबरपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां राहत न मिलने पर उसे कानपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान ही उसकी भी मौत हो गई है. परिजनों ने बताया कि जांच में डेंगू बताया गया था.

इसके अलावा मवईमुक्ता गांव में ही इससे पूर्व दो लोगों की पहले ही मौत हो चुकी है. ग्रामीणों का आरोप है कि जगह-जगह गांव में गंदगी पसरी हुई है, जिस पर प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है. वहीं जिले के अधिकारियों का कहना है कि कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करवाया जा रहा है.

कानपुर देहात: प्रदेश के तमाम जिलों में कोविड और डेंगू का संक्रमण का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है. डेंगू बुखार की चपेट में आकर जिले में अब तक 12 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. डेंगू का कहर इस कदर बढ़ा है कि डेरापुर क्षेत्र में दो बच्चों की जान चली गई. वहीं जिले के आला अधिकारी लगातार कीटनाशक दवाओं के छिड़काव का दावा कर रहे हैं.


जनपद कानपुर देहात के मलासा ब्लॉक के बरगवां स्थिति गांव में एक सप्ताह में तीन महिलाओं की बुखार की चपेट में आकर मौत हो चुकी है. जिला प्रशासन की ओर से संक्रामक बीमारियों से लोगों को बचाने के लिए दवा छिड़काव के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही लगातार सफाई के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है, लेकिन इसके बाद भी गांव में सफाई अभियान नहीं चलाया जा सका है. डेरापुर विकासखंड के ललुआपुर गांव में देवेंद्र कुमार की चार वर्षीय पुत्री आयुषी को तेज बुखार आ गया. परिजन उसे अकबरपुर के निजी अस्पताल ले गए, जहां पर उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई. बच्ची की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बूरा हाल है.


उधर मवईमुक्ता गांव निवासी विजयपाल के 5 वर्षीय पुत्र सत्यम की बुखार के चलते हालत बिगड़ गई. परिजनों ने उसे अकबरपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां राहत न मिलने पर उसे कानपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान ही उसकी भी मौत हो गई है. परिजनों ने बताया कि जांच में डेंगू बताया गया था.

इसके अलावा मवईमुक्ता गांव में ही इससे पूर्व दो लोगों की पहले ही मौत हो चुकी है. ग्रामीणों का आरोप है कि जगह-जगह गांव में गंदगी पसरी हुई है, जिस पर प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है. वहीं जिले के अधिकारियों का कहना है कि कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करवाया जा रहा है.

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