कानपुर देहात: जनपद में 16 नवंबर को एक युवक ने खुद के साथ की घटना की जानकारी पुलिस को दी. युवक ने पुलिस को बताया कि कार सवार बदमाश उसे गोली मारकर 5 लाख 90 हजार रुपये लूटकर फरार हो गया. पुलिस को जांच में पता चला की पीड़ित ने ही झूठी लूट की साजिश रची थी. पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
मामला जनपद कानपुर देहात के सिकंदरा थाना क्षेत्र के आलमपुर गांव है. जहां पर 16 नवंबर को आसिफ नाम का युवक कार में पैसे लेकर किसी काम से जा रहा था. आसिफ ने पुलिस को बताया कि उसने बीच रास्ते में किसी काम के लिए अपनी कार रोकी थी. तभी वहां कुछ कार सवार बदमाशों ने भी अपनी कार वही रोकी और आसिफ की कार से पैसे लेकर भागने लगे. भागते बदमाशों को देख आसिफ कार के पास पहुंचा. इस दौरान लुटेरों का विरोध करने पर उन्होंने तमंचा निकाल कर आसिफ के सीने पर रखकर फायर करने की कोशिश की. तभी आसिफ ने हाथ से धक्का दे दिया. इससे गोली आसिफ के पैर में गोली लग गई. गोली लगते ही आसिफ जमीन पर गिर पड़ा. इसके बाद लूटेरे घटनास्थल से फरार हो गए. सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल आसिफ को उपचार के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. पुलिस ये जानने की कोशिश कर रही थी कि आखिर वो लुटेरे कौन थे. आसिफ का कहना था कि लुटेरे उसकी कार का पीछा कर रहे थे. जैसे ही वो आलमपुर गांव में लगी मजार पर किसी काम से रुका तो लुटेरों ने घटना को अंजाम दे दिया.
वहीं, जनपद कानपुर देहात की पुलिस अधीक्षक सुनिति ने कहा कि पीड़ित आसिफ ने बताया कि अज्ञात बदमाशों ने उस पर गोली चलाई और लूट की घटना को अंजाम दिया. जिसके बाद पुलिस ने घायल को इलाज के लिए सीएससी रवाना किया. जहां चिकत्सकों ने उसकी हालत खतरे से बाहर बताई. घायल से पूछताछ की गई तो उसके बयानों में विरोधाभास सामने आया है. पुलिस घटना को लेकर संशय में थी. पुलिस का कहना है कि अगर ये घटना फर्जी है तो आसिफ को गोली कैसे लगी और किसने मारी. जिसके बाद एसपी सुनिति के आदेश पर सिकंदरा पुलिस जांच में जुट गई और पूरा मामला फर्जी पाया गया. इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड खुद पीड़ित ही निकला. जिसने फर्जी लूट की घटना को खुद पर पारित होने की बात कही थी. जिसे पुलिस ने अब गिरफ्तार कर लिया है और जेल भेजा जा रहा है.
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