कानपुर देहात: निदेशक स्थानीय निकाय निदेशालय नेहा शर्मा ने बुधवार को भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितता में अकबरपुर की ईओ देवहूति पांडेय को निलंबित कर दिया. उन पर बिना टेंडर जूट के थैलों की खरीद कर चेयरमैन के भाई की कंपनी को भुगतान करने, व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण ठेकेदार से कराने, बिना टेंडर के झाडू़ व सुरक्षा उपकरण खरीद करने समेत दस आरोपों की जांच में अनियमितता की पुष्टि हुई. मामले में विभागीय जांच भी शुरू कराई गई है. निलंबित ईओ को लखनऊ मुख्यालय से संबद्ध किया गया है.
अकबरपुर नगर पंचायत में पॉलिथीन नियंत्रण के नाम पर जूट के थैले बिना टेंडर व कोटेशन के चेयरमैन के भाई की कंपनी से खरीदकर सीधे 40 हजार रुपये का भुगतान कर दिया गया. वित्तीय नियमों का उल्लंघन कर जैम पोर्टल के बजाय धुलाई सफाई के लिए 1.25 लाख रुपये की प्रेशर मशीन खरीदी गई.
कूड़ा गाड़ी की मरम्मत कार्य में वित्तीय अनियमितता कर 1.98 लाख रुपये का भुगतान किया गया. सफाई आदि कार्य के लिए बिना टेंडर के 4.48 लाख रुपये का काम चेयरमैन के भाई की कंपनी को दिया गया. किराए पर जेसीबी मशीन लेकर कार्य कराने के नाम पर 54.90 लाख रुपये का भुगतान किया गया, जबकि मशीन की कीमत ही करीब 30 लाख रुपये है. बरसात के बाद गड्ढा भराई कार्य के टेंडर में गड़बड़ी की गई. ठेकेदार के माध्यम से 51 शौचालय निर्माण कराकर प्रति शौचालय 12 हजार रुपये का भुगतान किया गया.
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बाद में 20 अन्य शौचालय के लिए 20 हजार रुपये प्रति शौचालय भुगतान किया गया. पौधरोपण कार्य में भी गड़बड़ी की गई. जांच में 12.48 लाख रुपये की अनियमितता प्रकाश में आई. कुल दस आरोपों में वित्तीय अनियमितता मिलने पर स्थानीय निकाय निदेशक नेहा शर्मा ने अकबरपुर ईओ देवहूति पांडेय को निलंबित कर दिया. देवहूति पांडेय के पास राजपुर नगर पंचायत का भी चार्ज था. वह अकबरपुर नगर निकाय में वर्ष 2017 से तैनात थीं.
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