कानपुर देहातः जिले में अकबरपुर पोस्टमार्टम हाउस से लावारिश शवों को कंधा दिया गया. जिसमें जनपद के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. धनीराम पैंथर ने बताया कि धर्मानुसार लावारिश शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है और वह इस कार्य को 12 सालों से करते चले आ रहे हैं. जिसमें अभी तक उन्होंने 11 हजार से अधिक लावारिश शवों का अंतिम संस्कार करवा चुके हैं.
शवों के लिए कंधादान
कानपुर देहात में कंधादान अभियान प्रदेश के अलग-अलग जिलों में तेजी से चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत कानपुर देहात के अकबरपुर पोस्टमार्टम हाउस से कंधा दान कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. जिसमें जिले के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. अभियान में धर्मानुसार लावारिश शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है. धनीराम पैंथर यह काम सालों से करते चले आ रहे हैं. धनीराम पैंथर ने बताया कि पिछले 12 सालों से वो लावारिश शवों का अंतिम संस्कार कर रहे हैं. लगातार हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई चाहे वह कोई भी हो, जो जिस धर्म का हो उसी के धर्म के अनुसार अंतिम संस्कार कराने का काम पूरे समाज के सहयोग से धनीराम करवा रहे हैं. धनीराम ने बताया कि पहले लावारिस शवों को पुराने गंगा पुल से फेंक दिया जाता था. जिससे इंसानियत और मानवता तार-तार होती थी. इस प्रथा को बंद करते हुए. यह मुहिम शुरू की गई.
कंधादान अभियान का आगाज
20 जनवरी को माती मुख्यालय में सर्व धर्म प्रार्थना का आयोजन होगा. धनीराम पैंथर ने सर्व धर्म प्रार्थना में सभी से हिस्सा लेने की अपील की.