कानपुर देहातः जनपद में शनिवार रात घरेलू विवाद में जांच करने पहुंचे दरोगा और सिपाही पर भीड़ ने हमला कर दिया था. इस दौरान दरोगा गजेंद्र पाल बेहोश होकर मौके पर गिर गए थे. वहीं सिपाही को भी गंभीर चोट आई हैं. मामले में रविवार को पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि नौ आरोपी फरार हैं. पुलिसकर्मी से लूटी गई पिस्टल बरामद नहीं हो सकी है.
ये था मामला
पूरा मामला जनपद कानपुर देहात के रसूलाबाद कोतवाली क्षेत्र का है. दरअसल महिला आयोग की सदस्य के समक्ष रसूलाबाद कोतवाली क्षेत्र निवासी शाहबानो नाम की एक पीड़िता पेश हुई थी. जिसने अपने ससुराल के लोगों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए शिकायती पत्र सौंपा था. इस पर महिला आयोग की सदस्य ने तत्काल मामले में सुनवाई करते हुए पीड़िता को न्याय देने के निर्देश दिए थे. इसके बाद शिकायत पत्र पर सुनवाई करने के लिए जब चौकी प्रभारी मय सिपाही के मौके पर पहुंचे तो मौके पर महिला की ससुराली जनों से कहासुनी हो गई. देखते ही देखते ससुराल पक्ष के लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया था.
लाठी-डंडों से हमला
आरोप है कि इस हमले में आरोपी रफीक अली ने अपने एक दर्जन से अधिक साथियों के साथ मिलकर लाठी-डंडे चलाना शुरू कर दिया था. वहीं मारपीट होने से गांव में अफरा-तफरी मच गई थी. गांव के असलम ने तत्काल 112 डायल पर पुलिस को सूचना दी थी. जिसके बाद मौके पर रसूलाबाद कोतवाली पुलिस समेत अन्य थानों के पुलिस फोर्स समेत आला अधिकारी भी पहुंच गए.
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आरोपियों की गिरफ्तारी
शनिवार देर रात एसपी केशव कुमार चौधरी ने तत्काल 5 टीम बनाकर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए क्षेत्र में भेज दिया था. वहीं, पुलिस ने मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन घटना के दौरान दरोगा की लापता पिस्टल अब तक बरामद नहीं हुई है. अन्य आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है.