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कानपुर देहात: 20 लाख फिरौती न मिलने पर अगवा धर्मकांटा मैनेजर की हत्या

कानपुर देहात समाचार.
कुआं.
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Published : Jul 28, 2020, 5:43 PM IST

Updated : Jul 29, 2020, 2:21 PM IST

17:35 July 28

अपहरणकर्ताओं ने मांगी थी 20 लाख की फिरौती

जानकारी देते संवाददाता.

कानपुर देहात: बीते 12 दिनों से अपहृत ब्रजेश पाल का शव कुएं में मिला है. ब्रजेश का मित्र ही अपहरणकर्ता और हत्यारा बताया जा रहा है. संदेह के चलते सोमवार को पुलिस ने ब्रजेश पाल के मित्र को गिरफ्तार किया था. पुलिस पूछताछ में उसने अपहरण की बात कबूल भी की थी. अपहरण के बाद 20 लाख की फिरौती मांगने की बात भी कही. फिरौती की मांग पूरी न होने पर उसने ब्रजेश की हत्या कर शव को कुएं में फेंक दिया. ब्रजेश के मित्र की निशानदेही पर पुलिस ने कुएं से शव को निकाला है. वहीं मृतक के परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. 

बताते चलें कि 12 दिन पहले धर्मकांटा मैनेजर ब्रजेश पाल का अपहरण हुआ था. अपहरण के अगले दिन 20 लाख की फिरौती के लिए ब्रजेश के ही मोबाइल नंबर से अपहर्ताओं ने फोन किया था. बेटे की सलामती के लिए परिजन फिरौती की रकम देने का मन बना चुके थे. परिजनों का कहना है कि पुलिस ने सही से जांच नहीं की.

मृतक की बहन आरती और पिता शिवनाथ ने बताया कि धर्मकांटा मालिक और उसके सहकर्मी से पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ नहीं की थी. घटना के बाद से लगातार दोनों ब्रजेश के चरित्र पर सवाल उठाकर मामले को किसी और ही दिशा में ले जाना चाह रहे थे. इसके अलावा सील हुए धर्मकांटा को भी अब खोल दिया गया था. धर्मकांटा पर फॉरेंसिक जांच घटना के बाद कराई जानी थी, जिससे फिंगर प्रिंट मिलते. 

17:35 July 28

अपहरणकर्ताओं ने मांगी थी 20 लाख की फिरौती

जानकारी देते संवाददाता.

कानपुर देहात: बीते 12 दिनों से अपहृत ब्रजेश पाल का शव कुएं में मिला है. ब्रजेश का मित्र ही अपहरणकर्ता और हत्यारा बताया जा रहा है. संदेह के चलते सोमवार को पुलिस ने ब्रजेश पाल के मित्र को गिरफ्तार किया था. पुलिस पूछताछ में उसने अपहरण की बात कबूल भी की थी. अपहरण के बाद 20 लाख की फिरौती मांगने की बात भी कही. फिरौती की मांग पूरी न होने पर उसने ब्रजेश की हत्या कर शव को कुएं में फेंक दिया. ब्रजेश के मित्र की निशानदेही पर पुलिस ने कुएं से शव को निकाला है. वहीं मृतक के परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. 

बताते चलें कि 12 दिन पहले धर्मकांटा मैनेजर ब्रजेश पाल का अपहरण हुआ था. अपहरण के अगले दिन 20 लाख की फिरौती के लिए ब्रजेश के ही मोबाइल नंबर से अपहर्ताओं ने फोन किया था. बेटे की सलामती के लिए परिजन फिरौती की रकम देने का मन बना चुके थे. परिजनों का कहना है कि पुलिस ने सही से जांच नहीं की.

मृतक की बहन आरती और पिता शिवनाथ ने बताया कि धर्मकांटा मालिक और उसके सहकर्मी से पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ नहीं की थी. घटना के बाद से लगातार दोनों ब्रजेश के चरित्र पर सवाल उठाकर मामले को किसी और ही दिशा में ले जाना चाह रहे थे. इसके अलावा सील हुए धर्मकांटा को भी अब खोल दिया गया था. धर्मकांटा पर फॉरेंसिक जांच घटना के बाद कराई जानी थी, जिससे फिंगर प्रिंट मिलते. 

Last Updated : Jul 29, 2020, 2:21 PM IST
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