कानपुर देहात: डेरापुर थाना क्षेत्र के निवासी जवान रोहित यादव गुरुवार को श्रीनगर के पुलवामा में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए. रोहित के शहीद होने की खबर जैसे क्षेत्र में फैली, वैसे ही लोगों का शहीद के घर तांता लगने लगा. शनिवार को शहीद का पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंचा तो शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. सभी ने नम आंखों से शहीद को अंतिम विदाई दी.
लोगों ने की आतंक को जड़ से मिटाने की मांग
- दरअसल, श्रीनगर के पुलवामा में आतंकियों से मुठभेड़ में डेरापुर थाना क्षेत्र के निवासी जवान रोहित यादव गुरुवार को शहीद हो गए.
- शहीद का पार्थिव शरीर शनिवार को उनके गांव पहुंचा तो अंतिम विदाई देने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा.
- अंतिम यात्रा में हजारों की तादात में लोग शामिल हुए और पाकिस्तान मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाए.
- वहीं शहीद के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था.
- शहीद की बूढ़ी मां आंखों में आंसू लिए शहीद के पार्थिक शरीर का इंतजार कर रही थी.
- शहीद की मां ने जैसे ही बेटे का शव देखा तो वह अपना सुध-बुध खो बैठी.
- शहीद बेटे की अंतिम यात्रा में पिता की भी आंखें भर आईं.
- शहीद के पिता ने अपने कंधे से बेटे के शव को हटाया नहीं और समाधि स्थल तक ले गए.
- शाहिद की पत्नी का भी रो-रो कर बुरा हाल था.
- वहीं आम लोगों में भी पाकिस्तान और आतंकवाद को लेकर गुस्सा था.
- अंतिम यात्रा में मौजूद लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
सरकार हमें एक बार मौका दे, हम बॉर्डर पर जाने के लिए तैयार हैं और आतंकवाद को मुंहतोड़ जबाब देंगे. आखिरकार कब तक इस तरह के हमले होते रहेंगे और देश के लाल शहीद होंगे.
-अवध नरेश, एक्स आर्मी मैन