कानपुर देहातः जनपद कानपुर देहात में शनिवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव दौरे पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने पूर्व प्रदेश सचिव स्वर्गीय मुन्नालाल की प्रतिमा का अनावरण भी किया. इस मौके पर अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी ओबीसी की दुश्मन है. आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में इस पार्टी का सफाया हो जाएगा. इसके बाद वह सैफई के लिए रवाना हो गए.
दौरे के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी ओबीसी का कभी भी सम्मान नही कर सकती है. बीजेपी ओबीसी की दुश्मन है. उन्होंने कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को जमकर घेरा. कहा कि बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव में हार जाएगी. जनता बुरी तरह से त्रस्त है.
अखिलेश यादव ने निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर कहा कि बीजेपी निकाय चुनाव में बुरी तरह से हार रही है. फिर चाहे बीजेपी प्रशासन की कोई भी ताकत लगा ले. अखिलेश यादव ने कहा कि पीएम मोदी हाथों में झाड़ू लगाकर स्वच्छता का संदेश देते हैं. इसके बाद न तो नगरी निकाय में स्वच्छता का स्तर बदला और न ही सरकार की नीयत साफ हुई.
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी ओबीसी का कभी भी सम्मान नही कर सकती है. बीजेपी ओबीसी की दुश्मन है. उन्होंने उत्तर प्रदेश की कानून व्यस्था को लेकर भी सरकार को जमकर घेरा. उन्होंने कहा कि बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव में हार जाएगी क्योंकि जनता बुरी तरह से त्रस्त है. उन्होंने पूर्व में कानपुर देहात में मां-बेटी के मौत के मामले को लेकर भी सरकार को जमकर घेरा.
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी निकाय चुनाव में बुरी तरह हारेगी चाहे वो प्रशासन की कोई भी ताकत लगा ले. आवारा मवेशियों को लेकर अखिलेश ने कहा कि जल्द ही जैसी मैंने लायन सफारी बनाई थी, वैसे ही अब बीजेपी सरकार सांड़ सफारी बनाएगी. जल्द ही इसका प्रचार करेगी. कहा कि तालाबों पर कब्जे की अगर इसकी शिकायत करने जाएंगे तो सबसे ज्यादा भाजपा के लोग ही सामने आएंगे. अखिलेश यादव ने कहा कि ये लोग न तो बेरोजगारी पर बात करते हैं और न महंगाई पर. भाजपा कहती है कि सौ में सिर्फ चार लोग ही बेरोजगार हैं. ये दावा लोगों के साथ धोखा है. बीजेपी वाले कहते है कि प्रति व्यक्ति की आय दोगुनी हो गई है. कौन-कौन इस बात को मानेगा. अखिलेश यादव ने कानपुर नगर में हुए अग्निकांड में व्यापारियों की मदद के लिए सरकार से मांग की है. वहीं, अखिलेश यादव ने उपचुनाव में आजम खान की बहू टिकट देकर चुनाव लड़ाने की बात पर कहा कि पहले सरकार तारीख तय करे उसके बाद यह डिसाइड किया जाएगा कि किसको चुनाव लड़ाना है.
योगी सरकार को अशरफ के एनकाउंटर के बयान पर घेरते हुए कहा कि सरकार इस केस को इसलिए चलाना चाहती है क्योंकि वह अपना लक्ष्य निर्धारित कर चुकी है. हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करना चाह रही है. वहीं, उमेश पाल हत्याकांड पर कहा कि वह उनकी पार्टी का सदस्य था और इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के बाद उसे सिक्योरिटी भी मिली थी.
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