कानपुर देहात: बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में एक के बाद एक आरोपी कोर्ट में सरेंडर कर रहे हैं. इसी क्रम में मंगलवार को विकास दुबे के साथी धर्मेंद्र दुबे उर्फ धीरू ने कानपुर देहात कोर्ट में सरेंडर कर दिया. आरोपी धर्मेंद्र पर एक लाख का इनाम घोषित था.
मंगलवार को एक लाख का इनामी आरोपी धर्मेंद्र दुबे उर्फ धीरू कानपुर देहात कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचा. इस दौरन वह एसटीएफ को चकमा देने के लिए अपने अधिवक्ता के साथ वकील की ड्रेस पहने हुए था. हालांकि एसटीएफ को उसके आने की भनक लग गई थी, लेकिन शातिर चकमा देने में कामयाब रहा. एसटीएफ ने उसे कोर्ट परिसर से उठाने का प्रयास किया, लेकिन वकीलों ने इसका विरोध कर दिया.
एसटीएफ के इस रवैये को लेकर कानपुर देहात के जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कुमार, पूर्व अध्यक्ष रमेश पांडेय, अवधेश शुक्ला, खुर्शीद अहमद ने सीजेएम विनय कुमार से शिकायत की है. सीजेएम कोर्ट ने एसटीएफ टीम के एसआई विजय दर्शन, विनय कुमार, सिपाही विष्णु पाल, शमशाद अली और कानपुर स्वाट टीम प्रभारी दिनेश सिंह को तलब कर इस हरकत पर कड़ी चेतावनी दी है. सीजेएम कोर्ट ने भविष्य में ऐसा न करने की हिदायत देकर उन्हें जाने दिया. वहीं कोर्ट ने आरोपी धर्मेंद्र को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.
बता दें कि दो जुलाई की रात बिकरू गांव में कुख्यात विकास दुबे को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर विकास दुबे और उसके साथियों ने गोलियां बरसाई थीं. इसमें सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. बाद में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया और कई अपराधी एनकाउंटर में मारे गए. खुद विकास दुबे भी एमपी से कानपुर लाते समय भागने के प्रयास में पुलिस की गोली का शिकार हुआ. विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद से बिकरू कांड के कई आरोपी पुलिस से बचकर कोर्ट में सरेंडर कर चुके हैं. विकास दुबे के खास रहे धर्मेंद्र दुबे उर्फ धीरू ने भी मंगलवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया.