कन्नौज: UPEIDA की पहल के बाद लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर गाड़ियों की ओवरस्पीड की समस्या में सुधार आया है. लगातार बढ़ रहे रफ्तार के कहर पर ब्रेक लगाने के लिए लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर कैमरा और स्पीड राडार लगाए गये हैं. जिससे पिछले वर्षों की तुलना में एक्सप्रेस-वे पर हुई घटनाओं में धीरे-धीरे कमी आ रही है.
UPEIDA की पहले से कम हुए हादसे
हादसों पर कंट्रोल करने के लिए UPEIDA ने पहल करते हुए, ओवर स्पीड पर कंट्रोल के लिए ई-चालान की सुविधा कर दी है. जिससे ओवर स्पीड में कुछ हद तक सुधार आया है, लेकिन इसके बावजूद सबसे ज्यादा दुर्घटनाए एक्सप्रेस-वे पर सुबह के वक्त देखने को मिलती हैं. जिसका मुख्य कारण सुबह के समय वाहन चालक को नींद की झपकी आना होता है.
ड्राइवर को नींद आने से होते हैं हादसे
अक्सर ऐसी दुर्घटनाएं सुबह के समय नींद की झपकी लगने के कारण होती हैं. देर रात सफर कर रहे चालकों को सुबह चार बजे के आसपास नींद काफी आती है और इस दौरान पलक झपकते ही गाड़ियां हादसे का शिकार हो जाती है. ऐसी स्थिति में या तो गाड़ी डिवाइडर से टकराती है या फिर अनियंत्रित होकर किसी दूसरी गाड़ी से टकरा जाती है. इन हादसों में अब तक न जाने कितने लोगों की मौत हो चुकी है.
UPEIDAकी तरफ से पहल की गई है. आप लोग अवगत हैं कि तेज रफ्तार की वजह से यहां पर दुर्घटनाएं होती रहती हैं. एक्सप्रेस-वे पर हादसे की रोक थाम के लिए UPDEIDA ने पहल की है और UPDEIDA की तरफ से सीसीटीवी कैमरे और स्पीड रडार लगवाए गए हैं. अब उसमें जो भी ओवरस्पीड करेंगे तो ओवरस्पीड की सूचना दर्ज हो जाएगी.
अमरेंद्र प्रसाद सिंह - पुलिस अधीक्षक