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कन्नौज: आयुष्मान भारत का कार्ड लेकर गरीब काट रहा अस्पताल के चक्कर - kannauj news

गरीबों के इलाज के लिए दवा और ऑपरेशन की फ्री सुविधा के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत कार्ड जारी किया गया है, लेकिन कन्नौज में आयुष्मान भारत का कार्ड लेकर जनऔषधि केंद्र दवा लेने गए गरीब विकलांग को बिना दवा दिए ही लौटा दिया गया.

मरीजों को नहीं मिल रहा निशुल्क दवा.
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Published : May 18, 2019, 11:17 AM IST

कन्नौज: गरीबों के इलाज के लिए दवा और ऑपरेशन की फ्री सुविधा के लिए आयुष्मान भारत की योजना अंतर्गत कार्ड जारी किया गया है. जिससे गरीबों का इलाज मुफ्त में किया जा सके, लेकिन सही मायने में गरीबों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है. ऐसा ही एक मामला कन्नौज के जिला चिकित्सालय में देखने को मिला, जहां आयुष्मान भारत का कार्ड लेकर एक विकलांग गरीब जन औषधि केंद्र में दवा लेने पहुंचा तो उसको बिना दवा लिए ही लौटा दिया गया.

मरीजों को नहीं मिल रहा निशुल्क दवा.


जिला अस्पताल में व्यवस्था के चलते कार्ड लेकर भटक रहा विकलांग

  • जहां सरकार गरीबों के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज की बात कह रही है.
  • वहीं कन्नौज के जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं के चलते कार्डधारक विकलांग भटक रहा है.
  • जिला अस्पताल से जारी किया गया दवाइयों का पर्चा तो सरकारी है, लेकिन सिस्टम ने उसको परेशान कर रखा है.
  • यही कारण है कि विकलांग आयुष्मान भारत का कार्ड होने के बावजूद भी फ्री दवा के लिए जन औषधि केंद्र के चक्कर काट रहा है.

चुनाव आचार संहिता भी इलाज में बनी बाधक

  • चुनाव आचार संहिता लग जाने के कारण आयुष्मान भारत कार्ड में लगी प्रधानमंत्री की फोटो पर रोक लगा दी गई है.
  • जिस कारण मरीजों को इलाज के लिए मना कर दिया जा रहा है.
  • मरीजों को आचार संहिता लग जाने का हवाला देकर उनका फ्री इलाज किए जाने से मना कर दिया जाता है.
  • जिससे परेशान मरीज फ्री इलाज करवाने के लिए इधर उधर भटक रहे हैं.

जब दवा लेने के लिए जन औषधि केंद्र में पहुंचे तो कहा गया कि पहले रुपया दो तब दवाई मिलेगी. 2 घंटे से ज्यादा धूप में खड़े रहे, लेकिन दवा नहीं दी गई. विकलांग के साथ-साथ गरीब भी हूं और इस लायक नहीं हूं कि पैसे से दवा ले सकूं. जब मैने आयुष्मान भारत का कार्ड दिखाया तो बोल दिया गया कि यह मान्य नहीं है, क्योंकि प्रधानमंत्री की फोटो को लेकर कोई दवाई नहीं मिलेगी.
विनोद कुमार, पीड़ित मरीज

अजीत पांडेय, मैनेजर, प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र, कन्नौज ने कहा कि प्रधानमंत्री योजना वाला जो कार्ड है , उसकी हमारे पास अभी कोई डिटेल नहीं आई है. इसलिए हमारे यहां उससे दवा नहीं मिलती है. जनवरी से कार्ड जारी है, लेकिन इसका जो जिओ है, वह अभी मेरे पास नहीं आया है. जिस दिन से मेरे जिओ आ जाएगा, उस दिन से फ्री दवा होगी.

आयुष्मान भारत अलग चीज है और यह अलग चीज है. यह जनऔषधि केंद्र है. यहां पैसे से दवा मिलती है. आयुष्मान के कार्ड से उसका ऑपरेशन होता है, दवा नहीं मिलती है. उसका ऑपरेशन जो भी होता है वह फ्री होता है. एडमिशन फ्री होता है. एडमिशन के बाद जो भी दवा मिलेगी वह फ्री मिलेगी, लेकिन जनऔषधि केंद्र से दवा फ्री नहीं मिलेगी.
यूसी चतुर्वेदी, प्रभारी चिकित्साधीक्षक, कन्नौज


आरपी शाक्य, चिकित्सा अधीक्षक, कन्नौज ने बताया कि जिला चिकित्सालय में लगभग 220 कार्ड आयुष्मान भारत के तहत बन चुके हैं, और इसका जो उपचार है वह भर्ती के होने के बाद ही होता है. अगर यह मालूम होता है कि वह आयुष्मान भारत के तहत है तो उसको भी नि:शुल्क सुविधा मिल जाती है. आयुष्मान भारत योजना के तहत लगभग 21 मरीजों का यहां पर उपचार हो चुका है. आयुष्मान भारत के तहत अस्पताल से अगर पर्चा बना है तो निशुल्क दवाइयां हमारे यहां उपलब्ध है. हमारे यहां जो प्रधानमंत्री का लोगो है, चुनाव की वजह से हटवा दिया गया है. अगर यदि कहीं लगा है तो वह मेरी जानकारी में नहीं है, लेकिन कार्ड का उपयोग हो रहा है.

कन्नौज: गरीबों के इलाज के लिए दवा और ऑपरेशन की फ्री सुविधा के लिए आयुष्मान भारत की योजना अंतर्गत कार्ड जारी किया गया है. जिससे गरीबों का इलाज मुफ्त में किया जा सके, लेकिन सही मायने में गरीबों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है. ऐसा ही एक मामला कन्नौज के जिला चिकित्सालय में देखने को मिला, जहां आयुष्मान भारत का कार्ड लेकर एक विकलांग गरीब जन औषधि केंद्र में दवा लेने पहुंचा तो उसको बिना दवा लिए ही लौटा दिया गया.

मरीजों को नहीं मिल रहा निशुल्क दवा.


जिला अस्पताल में व्यवस्था के चलते कार्ड लेकर भटक रहा विकलांग

  • जहां सरकार गरीबों के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज की बात कह रही है.
  • वहीं कन्नौज के जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं के चलते कार्डधारक विकलांग भटक रहा है.
  • जिला अस्पताल से जारी किया गया दवाइयों का पर्चा तो सरकारी है, लेकिन सिस्टम ने उसको परेशान कर रखा है.
  • यही कारण है कि विकलांग आयुष्मान भारत का कार्ड होने के बावजूद भी फ्री दवा के लिए जन औषधि केंद्र के चक्कर काट रहा है.

चुनाव आचार संहिता भी इलाज में बनी बाधक

  • चुनाव आचार संहिता लग जाने के कारण आयुष्मान भारत कार्ड में लगी प्रधानमंत्री की फोटो पर रोक लगा दी गई है.
  • जिस कारण मरीजों को इलाज के लिए मना कर दिया जा रहा है.
  • मरीजों को आचार संहिता लग जाने का हवाला देकर उनका फ्री इलाज किए जाने से मना कर दिया जाता है.
  • जिससे परेशान मरीज फ्री इलाज करवाने के लिए इधर उधर भटक रहे हैं.

जब दवा लेने के लिए जन औषधि केंद्र में पहुंचे तो कहा गया कि पहले रुपया दो तब दवाई मिलेगी. 2 घंटे से ज्यादा धूप में खड़े रहे, लेकिन दवा नहीं दी गई. विकलांग के साथ-साथ गरीब भी हूं और इस लायक नहीं हूं कि पैसे से दवा ले सकूं. जब मैने आयुष्मान भारत का कार्ड दिखाया तो बोल दिया गया कि यह मान्य नहीं है, क्योंकि प्रधानमंत्री की फोटो को लेकर कोई दवाई नहीं मिलेगी.
विनोद कुमार, पीड़ित मरीज

अजीत पांडेय, मैनेजर, प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र, कन्नौज ने कहा कि प्रधानमंत्री योजना वाला जो कार्ड है , उसकी हमारे पास अभी कोई डिटेल नहीं आई है. इसलिए हमारे यहां उससे दवा नहीं मिलती है. जनवरी से कार्ड जारी है, लेकिन इसका जो जिओ है, वह अभी मेरे पास नहीं आया है. जिस दिन से मेरे जिओ आ जाएगा, उस दिन से फ्री दवा होगी.

आयुष्मान भारत अलग चीज है और यह अलग चीज है. यह जनऔषधि केंद्र है. यहां पैसे से दवा मिलती है. आयुष्मान के कार्ड से उसका ऑपरेशन होता है, दवा नहीं मिलती है. उसका ऑपरेशन जो भी होता है वह फ्री होता है. एडमिशन फ्री होता है. एडमिशन के बाद जो भी दवा मिलेगी वह फ्री मिलेगी, लेकिन जनऔषधि केंद्र से दवा फ्री नहीं मिलेगी.
यूसी चतुर्वेदी, प्रभारी चिकित्साधीक्षक, कन्नौज


आरपी शाक्य, चिकित्सा अधीक्षक, कन्नौज ने बताया कि जिला चिकित्सालय में लगभग 220 कार्ड आयुष्मान भारत के तहत बन चुके हैं, और इसका जो उपचार है वह भर्ती के होने के बाद ही होता है. अगर यह मालूम होता है कि वह आयुष्मान भारत के तहत है तो उसको भी नि:शुल्क सुविधा मिल जाती है. आयुष्मान भारत योजना के तहत लगभग 21 मरीजों का यहां पर उपचार हो चुका है. आयुष्मान भारत के तहत अस्पताल से अगर पर्चा बना है तो निशुल्क दवाइयां हमारे यहां उपलब्ध है. हमारे यहां जो प्रधानमंत्री का लोगो है, चुनाव की वजह से हटवा दिया गया है. अगर यदि कहीं लगा है तो वह मेरी जानकारी में नहीं है, लेकिन कार्ड का उपयोग हो रहा है.

Intro:कागजों पर ही चल रही है सरकारी योजनाएं, आयुष्मान कार्ड को लेकर गरीब काट रहा चक्कर, चुनाव आचार संहिता भी इलाज में बनी बाधा

गरीबों के इलाज के लिए दवा और ऑपरेशन की फ्री सुविधा के लिए आयुष्मान भारत की योजना अंतर्गत कार्ड जारी किया गया है । जिससे गरीबों का इलाज मुफ्त में किया जा सके । लेकिन सही मायने में गरीबों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। गरीब कार्ड लेकर इलाज के लिए इधर उधर भटक रहा है। ताकि उनके इलाज का पैसा का खर्च सरकारी अस्पताल से ही मिल सके, लेकिन दवा के नाम पर आज भी गरीबों के साथ धोखा ही हो रहा है । गरीबों को कार्ड तो जारी कर दिया जाता है लेकिन इसके नियमों के बारे में उसको कोई जानकारी नहीं दी जाती है। यही कारण है कि गरीब अस्पतालों के चक्कर काटकर थक जाता है , लेकिन इलाज के नाम पर उसको धक्का ही खाने को मिलता है । ऐसा ही एक मामला कन्नौज के जिला चिकित्सालय में देखने को मिला जहाँ आयुष्मान भारत का कार्ड लेकर एक विकलांग गरीब जन औषधि केंद्र में जब दवा लेने पहुंचा तो उसको बिना दबा लिए ही लौट जाना पड़ा। आइए देखते हैं कन्नौज सही स्पेशल रिपोर्ट।


Body:क्या है आयुष्मान भारत योजना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन का शुभारंभ किया था , इस योजना के माध्यम से 10 करोड़ से भी ज्यादा परिवारों के लगभग 50 करोड़ लोगों को मुफ्त इलाज दिया जाना तय हुआ। जिसके लिए इस योजना के तहत 10 करोड़ परिवारों का चयन 2011 की जनगणना के आधार पर किया गया है। इसके लिए आधार नंबर से परिवारों की सूची तैयार की गई है, और सूची तैयार होने के बाद इस योजना का लाभ देने के लिए किसी पहचान पत्र की जरूरत नहीं है। इसके अलावा लोग 14555 पर कॉल करके यह पता कर सकते हैं कि उनका नाम इस योजना में जुड़ा है या नहीं।

अस्पताल में मरीजों को कैसे मिलेगा योजना का लाभ

मरीज को अस्पताल में भर्ती होने के बाद अपने बीमा दस्तावेज देने होंगे । इसके आधार पर अस्पताल इलाज के खर्च के बारे में बीमा कंपनी को सूचित कर देगी और बीमित व्यक्ति के दस्तावेज की पुष्टि होते ही इलाज बिना पैसे दिए हो सकेगा । इस योजना के तहत बीमित व्यक्ति सिर्फ सरकारी ही नहीं बल्कि निजी अस्पतालों में भी अपना इलाज करवा सकता है। निजी अस्पतालों को जोड़ने का काम भी किया जा चुका है, जिससे कि सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ कम हो सके और इलाज बेहतर रूप से किया जा सके । सरकार ने इस योजना के तहत देशभर में डेढ़ लाख से भी ज़्यादा हेल्थ और वेलनेस सेंटर खोलें हैं ,जो कि आवश्यक दवाएं और जांच सेवाएं निशुल्क मुहैया कराएंगी।

आयुष्मान भारत के तहत किसी भी बीमारी का करवा सकते हैं इलाज, कन्नौज में 220 कार्डों में अब तक हुआ 21 मरीजों का इलाज

इस योजना के तहत मैटरनल हेल्थ और डिलीवरी की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य सुविधा, कंट्रासेप्टिक सुविधा और संक्रामक एवं गैरसंक्रामक रोगों के प्रबंधन की सुविधा, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारी के इलाज के लिए अलग से यूनिट, इसके अलावा बुजुर्गों का इलाज की भी सुविधा, इसके लिए फ्री इलाज है। जिसके लिए आयुष्मान भारत का कार्ड जारी किया गया है। कन्नौज में जिला चिकित्सालय में लगभग 220 कार्ड आयुष्मान भारत के तहत अब तक बनाए जा चुके हैं जिसके तहत 21 मरीजों का उपचार आसमान योजना के अंतर्गत जारी कार्ड के जरिए किया गया है।




Conclusion:कन्नौज के जिला अस्पताल में व्यवस्था के चलते कार्ड लेकर भटक रहा विकलांग

जहां सरकार गरीबों के लिए फ्री इलाज की सुविधा दे रही है और आसमान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज की बात कह रही है तो वही कन्नौज के जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं के चलते कार्डधारक विकलांग धक्के खाकर भटक रहा है ताकि उसको इलाज के लिए दवा निशुल्क मिल सके जिला अस्पताल से जारी किया गया दवाइयों का परिचय तो सरकारी है लेकिन सिस्टम ने उसको परेशान करके रख दिया है और यही कारण है की इस विकलांग के पास आयुष्मान भारत का कार्ड होने के बावजूद भी फ्री दवा के लिए जन औषधि केंद्र के चक्कर काट रहा है क्योंकि जन औषधि केंद्र में अभी तक कोई ऐसा जिओ नहीं आया है जिसके लिए आयुष्मान भारत कार्ड धारक को फ्री दवा मिल सके

चुनाव आचार संहिता भी इलाज में बनी बाधक

चुनाव आचार संहिता लग जाने के कारण गरीबों को फ्री इलाज की सुविधा के लिए जारी किया गया आयुष्मान भारत कार में लगी प्रधानमंत्री की फोटो पर भी रोक लगा दी गई है जिस कारण मरीजों को ऐसे कार्ड जिसमें प्रधानमंत्री की फोटो लगी हुई है उन कारणों को देख कर इलाज के लिए मना कर दिया जा रहा है और मरीजों को आचार संहिता लग जाने का हवाला देकर उन का फ्री इलाज किए जाने से मना कर दिया जाता है जिस से परेशान मरीज फ्री इलाज करवाने के लिए इधर उधर भटक रहा है।

पीड़ित मरीज विनोद कुमार विकलांग है ,जो सरकारी अस्पताल में पर्चा बनवाकर दवा लेने आया था । उसने बताया कि जब वह दवा लेने के लिए जन औषधि केंद्र में पहुंचा तो उसे कहा गया कि पहले रुपया दो तब दवाई मिलेगी। उसने बताया कि वह 2 घंटे से ज्यादा वह धूप में खड़ा रहा लेकिन उसको दबा नहीं दी गई। विकलांग के साथ-साथ वह गरीब भी है और इस लायक नहीं है कि वह पैसे से दवा ले सके। जब उसने आयुष्मान भारत का कार्ड दिखाया तो उससे बोल दिया गया कि यह मान्य नही है क्योंकि प्रधानमंत्री की फोटो को लेकर कोई दवाई नहीं मिलेगी।

बाइट - विनोद कुमार - पीड़ित मरीज

पीड़ित मरीज के द्वारा लगाए गए आरोप के आधार पर जब जनऔषधि के मैनेजर अजीत पांडेय से इस संबंध में बात की तो उनका कहना था कि प्रधानमंत्री योजना वाला जो कार्ड है , उसकी हमारे पास अभी कोई डिटेल नहीं आई है , इसलिए हमारे यहां उससे दवा मिलती नहीं है। जनवरी से कार्ड जारी है, लेकिन इसका जो जियो है वह अभी मेरे पास नहीं आया है। बात हुई तो जिस दिन से मेरे पास जिओ आ जाएगा उस दिन से फ्री दवा होगी।

बाइट- अजीत पांडेय- मैनेजर- प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र, कन्नौज

मौके पर मौजूद प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक यू० सी० चतुर्वेदी से जब इस मामले में बात की गई तो उन्होंने बताया की आयुष्मान भारत वाला वह अलग चीज है यह अलग चीज है जन औषधि केंद्र है जो यह पैसे से दवा मिलती है आसमान के कार्ड से उसका ऑपरेशन होता है दवा नहीं मिलती है उसका ऑपरेशन जो भी होता है वह फ्री होता है एडमिशन फ्री होता है एडमिशन के बाद जो भी दवा मिलेगी वह फ्री मिलेगी लेकिन जन औषधि केंद्र से फ्री नहीं मिलेगी अस्पताल से भी फ्री मिलेगी जन औषधि केंद्र तो एक सरकारी दुकान है उससे दवा फ्री नहीं मिलती है अस्पताल से फ्री मिलेगी

बाइट - यू० सी० चतुर्वेदी- प्रभारी चिकित्साधीक्षक, कन्नौज

आयुष्मान भारत योजना की जानकारी देते हुए कन्नौज जिला अस्पताल के चिकित्साधीक्षक डॉ० आर०पी० शाक्य ने बताया कि जिला चिकित्सालय में लगभग 220 कार्ड आयुष्मान भारत के तहत बन चुके हैं, और इसका जो उपचार है वह भर्ती के होने के बाद ही होता है ,और अगर यह मालूम होता है कि वह आयुष्मान भारत के तहत है तो उसको भी निशुल्क सुविधा मिल जाती है । इसके तहत लगभग 21 मरीजों का यहां पर उपचार हो चुका है। आयुष्मान भारत के तहत अस्पताल से अगर पर्चा बना है तो निशुल्क दवाइयां हमारे यहां उपलब्ध है, और कोई गंभीर बीमारी है तो भर्ती हो करके भी उसका इलाज किया जाता है। हमारे यहां जो प्रधानमंत्री का लोगो है चुनाव की वजह से हटवा दिया गया है , और अगर यदि कहीं लगा है तो वह मेरी जानकारी में नहीं है , लेकिन कार्ड का उपयोग हो रहा है ।

बाइट आर०पी० शाक्य- चिकित्सा अधीक्षक,कन्नौज
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कन्नौज से पंकज श्रीवास्तव
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