कन्नौज: कोरोना की वजह से लॉक डाउन में ही कुछ दिहाड़ी मजदूर यूपी के अलग-अलग जिलों के लिए दिल्ली से पैदल ही निकल लिए. वाहन न मिलने के कारण भूखे-प्यासे मजदूर तीन दिन से पैदल चलते हुए कन्नौज पहुंचे. यहां पुलिस कर्मियों के टोकने पर कुछ लोगों ने रायबरेली जाने की बात कही तो कुछ ने मुरादाबाद जाने की, लेकिन किसी ने भी खाना-पानी की सुधि तक न ली.
कन्नौज पहुंचा दिहाड़ी मजदूरों का जत्था
शुक्रवार सुबह ही पैदल चलते हुए कन्नौज पहुंची कुछ व्यक्तियों की टोली उस वक्त ठिठक गई, जब सरायमीरा स्थित तिर्वा क्रासिंग चौराहे पर बैरियर लगाकर बैठे पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोक दिया. पीठ पर बैग टांगे और मुंह मे मास्क लगाए मजदूरों से जब पुलिस कर्मियों ने पूछा कि वह लोग पैदल कहां जा रहे हैं तो मजदूरों ने बताया कि रायबरेली जाना और वह लोग पैदल ही दिल्ली से आ रहे हैं. उनकी टोली में 14 या 15 लोग हैं, जो सोशल डिस्टेंस के नियमों का पालन करते हुए एक-दूसरे से दूरी बनाकर चल रहे थे. रास्ते में कुछ जगहों पर पुलिस कर्मियों के द्वारा की गई अभद्रता के कारण मजदूरों की टोली पुलिस को देख कर सहम जाती रही. हालांकि कन्नौज में उन्हें पूछताछ के बाद जाने दिया गया.
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खाना-पानी न मिलने से परेशान दिखे मजदूर
दिल्ली से पैदल अपने घरों के लिए निकले मजदूरों से जब संवाददाता ने बात की तो उन्होंने बताया कि वाहन न मिलने के कारण वह लोग पैदल ही निकल पड़े थे, क्योंकि दिल्ली में रहकर बिना दिहाड़ी के दाना-पानी जुटा पाना मुश्किल था. ऐसे में रास्ते मे भी कुछ खाने को नहीं मिला.