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शारदीय नवरात्र में सिद्धपीठ मां फूलमती देवी मंदिर में लगता है भक्तों का तांता

उत्तर प्रदेश के कन्नौज में स्थित सिद्धपीठ मां फूलमती देवी मंदिर में शारदीय नवरात्र की धूम है. ऐसी मान्यता है कि जो भी भक्त मां फूलमती की प्रतिमा को स्नान कराए जल से नीर से अपनी आंख धुलता है, उसकी आंख की रोशनी बढ़ जाती है.

सिद्धपीठ मां फूलमती देवी मंदिर
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Published : Oct 7, 2019, 4:07 PM IST

कन्नौज : शारदीय नवरात्र की धूम हर तरफ है. मां दुर्गा के मंदिरों में भक्तों का हुजूम उमड़ा हुआ है. मंदिर चाहे जहां का भी हो सब का एक अलग ही महत्व होता है. ऐसा ही एक मंदिर यूपी के कन्नौज में ऐतिहासिक सिद्धपीठ मां फूलमती देवी का है. मां फूलमती देवी कन्नौज के महाराजा वेणुचक्र की सात पुत्रियों में से एक हैं. मंदिर में सदैव ही भक्तों का तांता लगा रहा है लेकिन नवरात्र में विशेष आयोजनों में भीड़ अधिक होती है.

कन्नौज में स्थित है मां फूलमती देवी का मंदिर.

माता फूलमती देवी का मंदिर कन्नौज-मकरंद नगर मार्ग पर स्थित है. नवरात्र में यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है. यहां प्रतिदिन सुबह से पूजन,आरती व यज्ञ का आयोजन किया जाता है.कहा जाता है कि जो भी श्रद्धालु श्रद्धाभाव से माता से मनौती मांगता है, मां उसकी हर मुराद पूरी करती हैं.

यह है मान्यता
इस मंदिर की प्राचीन मान्यता है कि मंदिर में स्थापित माता फूलमती की प्रतिमा को स्नान कराए जल से नीर जो भी भक्त श्रद्धापूर्वक अपनी आंखों में लगाता है. उसकी आंखों की रोशनी बढ़ जाती है और फिर वह दोबारा कभी नहीं जाती है. यह मंदिर सिद्धपीठों में गिना जाता है. यहां रात में मधुर घंटों की आवाज सुनाई देती है.

ये है कहानी मां फूलमती मंदिर की
माता फूलमती देवी के पिता वेणु चक्र कन्नौज के महाराजा थे. उन्होंने महाराजा होने के बावजूद राजकोष का एक भी पैसा अपने व अपने परिवार पर कभी भी खर्च नहीं किया. वह खजूर के पत्तों से बने पंखों को बेचकर धन जुटाते थे. जिससे अपना व अपने परिवार का खर्च चलाते थे. लेकिन स्वयं की माली हालत ठीक न होने की वजह से महाराजा वेणुचक्र अपनी सातों पुत्रियों के विवाह को लेकर चिंतित रहते थे. पिता को चिंतित देख सातों बहनों मां फूलमती देवी, मां क्षेमकली देवी, मां सिंह वाहिनी देवी, मां मौरारी देवी, मां गोवर्धनी देवी, मां शीतला देवी और मां तपेश्वरी देवी सभी ने वैराग्य धारण कर लिया और सातों बहन अलग-अलग स्थानों पर चली गई. आज उन्हीं स्थानों पर भव्य मंदिर बने हैं, जो कि सिद्धपीठ कहलाते हैं. इन सिद्धपीठों में एक माता फूलमती देवी का भव्य मंदिर है.

कन्नौज : शारदीय नवरात्र की धूम हर तरफ है. मां दुर्गा के मंदिरों में भक्तों का हुजूम उमड़ा हुआ है. मंदिर चाहे जहां का भी हो सब का एक अलग ही महत्व होता है. ऐसा ही एक मंदिर यूपी के कन्नौज में ऐतिहासिक सिद्धपीठ मां फूलमती देवी का है. मां फूलमती देवी कन्नौज के महाराजा वेणुचक्र की सात पुत्रियों में से एक हैं. मंदिर में सदैव ही भक्तों का तांता लगा रहा है लेकिन नवरात्र में विशेष आयोजनों में भीड़ अधिक होती है.

कन्नौज में स्थित है मां फूलमती देवी का मंदिर.

माता फूलमती देवी का मंदिर कन्नौज-मकरंद नगर मार्ग पर स्थित है. नवरात्र में यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है. यहां प्रतिदिन सुबह से पूजन,आरती व यज्ञ का आयोजन किया जाता है.कहा जाता है कि जो भी श्रद्धालु श्रद्धाभाव से माता से मनौती मांगता है, मां उसकी हर मुराद पूरी करती हैं.

यह है मान्यता
इस मंदिर की प्राचीन मान्यता है कि मंदिर में स्थापित माता फूलमती की प्रतिमा को स्नान कराए जल से नीर जो भी भक्त श्रद्धापूर्वक अपनी आंखों में लगाता है. उसकी आंखों की रोशनी बढ़ जाती है और फिर वह दोबारा कभी नहीं जाती है. यह मंदिर सिद्धपीठों में गिना जाता है. यहां रात में मधुर घंटों की आवाज सुनाई देती है.

ये है कहानी मां फूलमती मंदिर की
माता फूलमती देवी के पिता वेणु चक्र कन्नौज के महाराजा थे. उन्होंने महाराजा होने के बावजूद राजकोष का एक भी पैसा अपने व अपने परिवार पर कभी भी खर्च नहीं किया. वह खजूर के पत्तों से बने पंखों को बेचकर धन जुटाते थे. जिससे अपना व अपने परिवार का खर्च चलाते थे. लेकिन स्वयं की माली हालत ठीक न होने की वजह से महाराजा वेणुचक्र अपनी सातों पुत्रियों के विवाह को लेकर चिंतित रहते थे. पिता को चिंतित देख सातों बहनों मां फूलमती देवी, मां क्षेमकली देवी, मां सिंह वाहिनी देवी, मां मौरारी देवी, मां गोवर्धनी देवी, मां शीतला देवी और मां तपेश्वरी देवी सभी ने वैराग्य धारण कर लिया और सातों बहन अलग-अलग स्थानों पर चली गई. आज उन्हीं स्थानों पर भव्य मंदिर बने हैं, जो कि सिद्धपीठ कहलाते हैं. इन सिद्धपीठों में एक माता फूलमती देवी का भव्य मंदिर है.

Intro:नवरात्रि स्पेशल (नवमी)
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कन्नौज के राजा की इन सात पुत्रियों ने धारण किया था वैराग्य, माता के जल का क्या है राज

यूपी के कन्नौज में ऐतिहासिक सिद्धपीठ मां फूलमती देवी मंदिर में स्थित है। माँ फूलमती देवी कन्नौज के महाराजा वेणुचक्र की सात पुत्रियों में से एक है, जहाँ जिले के ही नहीं बल्कि दूरदराज के कई प्रांतों के श्रद्धालुओं में विशेष श्रद्धाभाव है और नवरात्रों में प्रतिदिन श्रद्धालुओं का यहां मेला लगता है । सुबह से लेकर शाम तक श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है, विशेषकर नवरात्रों में तो दूर दराज के श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं और माता के दरबार मे ही रात्रि विश्राम भी करते है। इस मंदिर की प्राचीन मान्यता है कि मंदिर में स्थापित माता फूलमती की प्रतिमा का नीर (स्नान कराए गए पानी) को जो भी भक्त श्रद्धापूर्वक अपनी आंखों में लगाता है, तो उसकी आंखों की रोशनी (ज्योति) बढ़ जाती है और फिर वह कभी नहीं जाती । आइए देखते हैं कन्नौज से यह स्पेशल रिपोर्ट।


Body:कन्नौज का प्राचीन और ऐतिहासिक सिद्धपीठ माता फूलमती मंदिर की कई खास बातें हैं। यहां जो भी श्रद्धालु श्रद्धाभाव से अपनी माता से मनौती मांगता है, उसकी हर मुराद माता पूरी करती हैं । बताया जाता है कि मां फूलमती देवी अपनी सात बहनों में एक हैं, जो कन्नौज के राजा वेणु चक्र की पुत्री हैं। माता फूलमती देवी का मंदिर कन्नौज-मकरंद नगर मार्ग पर स्थित है। इस मंदिर में सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन के लिए रोजाना आते हैं। विशेष त्योहारों और नवरात्र में तो यहां हजारों श्रद्धालुओं का तांता लगता है । श्रद्धालु काफी दूर-दूर से एक झुंड में आते हैं। जो देवी के दरबार में अपनी मुरादे पूरी करने के लिए आस्था और विश्वास से टिके रहते हैं।


Conclusion:कन्नौज के राजा वेणु चक्र की सातों पुत्रियां बनी देवी

माता फूलमती देवी के पिता वेणु चक्र कन्नौज के महाराजा थे। उन्होंने महाराजा होने के बावजूद राजकोष का एक भी पैसा अपने व अपने परिवार पर कभी भी खर्च नहीं किया और वह खजूर के पत्तों से बने पंखों को बेचकर धन जुटाते थे, जिससे अपना व अपने परिवार का खर्च चलाते थे, लेकिन स्वयं की माली हालत ठीक न होने की वजह से महाराजा वेणुचक्र अपनी सातों पुत्रियों के विवाह को लेकर चिंतित रहते थे। पिता को चिंतित देख सातों बहनों मां फूलमती देवी, मां क्षेमकली देवी, मां सिंह वाहिनी देवी, मां मौरारी देवी, मां गोवर्धनी देवी, मां शीतला देवी और मां तपेश्वरी देवी सभी ने वैराग्य धारण कर लिया और सातों बहनों अलग-अलग स्थानों पर चली गई । आज उन्हीं स्थानों पर सातों देवी के कन्नौज में ही उनके भव्य मंदिर बने हुए हैं, जो कि सभी सिद्ध पीठ देवी मंदिर कहलाते हैं और इन सिद्धपीठों में एक माता फूलमती देवी का भी भव्य मंदिर बना हुआ है, जहां देवी प्रतिमा का चमत्कारी जल (माता के स्नान से निकला हुआ नीर) आंखों के हर रोग को ठीक करता है।

बाइट - राजेश्वरी मिश्रा - श्रद्धालु
बाइट - शिखर - मन्दिर पुजारी
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कन्नौज से पंकज श्रीवास्तव
09415168969
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