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खुद को जिंदा साबित करने के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहा दिव्यांग - धोखाधड़ी का मामला

यूपी के कन्नौज में बड़े भाई की मौत के बाद भाभी ने संपत्ति हड़पने की नियत से कागजों में हेराफेरी कर अपने देवर को मृत दिखा दिया. अब दिव्यांग देवर खुद को जिंदा साबित करने के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहा है. पीड़ित ने बीते शनिवार को गुरसहायगंज थाना में आयोजित हुए थाना समाधान दिवस में डीएम-एसपी को शिकायती पत्र देकर मामले की शिकायत की थी. जिस पर डीएम ने क्षेत्रीय लेखपाल कन्हैया लाल को मौके पर बुलाकर जमकर फटकार लगाई थी. फिलहाल इस मामले की जांच गुरसहायगंज थाना प्रभारी को सौंप दी गई है.

दफ्तरों के चक्कर काट रहा दिव्यांग
दफ्तरों के चक्कर काट रहा दिव्यांग
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Published : Mar 1, 2021, 10:05 AM IST

कन्नौज: जलालाबाद ब्लॉक क्षेत्र के धुखरी गांव में रहने वाली एक महिला ने संपत्ति हड़पने के लालच में अपने ही दिव्यांग देवर को कागजों में मृत दिखा दिया. अब दिव्यांग खुद को जीवित साबित करने के लिए अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काट रहा है, लेकिन अधिकारी पीड़ित दिव्यांग को जिंदा मानने को तैयार नहीं है. मामला डीएम की चौखट पर पहुंचने पर मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाने का आदेश दिया है. इस मामले में डीएम की फटकार के बाद पुलिस और राजस्व टीम ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.

यह है पूरा मामला
गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के आनौगी मौजा के उपग्राम धुखरी निवासी कमलेश चंद्र पुत्र बाबूराम दिव्यांग हैं. उसका बड़ा भाई विमलेश हमशक्ल था. कमलेश के बड़े भाई विमलेश का निधन चार नवम्बर 2020 को हो गया था. पीड़ित दिव्यांग ने आरोप लगाया है कि भाई के अंतिम संस्कार के बाद भाभी सुलेखा ने संपत्ति हड़पने की नियत से कागजों में हेराफेरी कर उसे मृत दिखा दिया. इतना ही नहीं सुलेखा ने फर्जी दस्तावेजों की मदद से दिव्यांग के बैंक खाता से जमा निकासी पर भी रोक लगवा दी. कागजातों में मृत घोषित होने की जानकारी मिलने पर दिव्यांग के पैरों तले जमीन खिसक गई. वह खुद को जिंदा साबित करने के लिए दर दर भटक रहा है.

पीड़ित ने डीएम से लगाई फरियाद
कहीं भी न्याय न मिलने पर पीड़ित ने डीएम राकेश कुमार से न्याय की गुहार लगाई. पीड़ित ने डीएम से जिंदा करने की बात कही. डीएम ने आनन फानन में फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए है. पुलिस व राजस्व टीम ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.

पोलियो होने की वजह से नहीं हुई शादी
दिव्यांग कमलेश ने बताया कि जब वह ढाई साल का था तभी उसको पोलियो हो गया था. जिससे वह पैरों से असहाय हो गया था. दिव्यांग होने की वजह से उसकी शादी भी नहीं हुई. उसने बताया कि उसने अपने हिस्से की चार बीघा जमीन बेचकर पक्का घर बनवाया था, लेकिन भाई के निधन के बाद भाभी ने फर्जी दस्तावेज बनाकर मकान पर कब्जा कर लिया. साथ ही बची हुई साढ़े तीन बीघा जमीन पर भी भाभी ने कब्जा जमा लिया है.

पति की जगह देवर का बनवाया मृत्यु प्रमाण पत्र
दोनों भाई हमशक्ल होने की वजह से भाभी सुलेखा ने पति विमलेश का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने की बजाए देवर कमलेश का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया. अब मामला उजागर होने पर हड़कंप मचा हुआ है. किस प्रकार से फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए है जांच शुरू कर दी गई है.

थाना दिवस पर डीएम-एसपी से की थी शिकायत
पीड़ित ने बीते शनिवार को गुरसहायगंज थाना में आयोजित हुए थाना समाधान दिवस में डीएम-एसपी को शिकायती पत्र देकर मामले की शिकायत की थी. जिस पर डीएम ने क्षेत्रिय लेखपाल कन्हैया लाल को मौके पर बुलाकर जमकर फटकार लगाई थी.

एडीएम गजेंद्र सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आते ही गुरसहायगंज थाना प्रभारी को मामले की जांच सौंप दी गई है. तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

कन्नौज: जलालाबाद ब्लॉक क्षेत्र के धुखरी गांव में रहने वाली एक महिला ने संपत्ति हड़पने के लालच में अपने ही दिव्यांग देवर को कागजों में मृत दिखा दिया. अब दिव्यांग खुद को जीवित साबित करने के लिए अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काट रहा है, लेकिन अधिकारी पीड़ित दिव्यांग को जिंदा मानने को तैयार नहीं है. मामला डीएम की चौखट पर पहुंचने पर मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाने का आदेश दिया है. इस मामले में डीएम की फटकार के बाद पुलिस और राजस्व टीम ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.

यह है पूरा मामला
गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के आनौगी मौजा के उपग्राम धुखरी निवासी कमलेश चंद्र पुत्र बाबूराम दिव्यांग हैं. उसका बड़ा भाई विमलेश हमशक्ल था. कमलेश के बड़े भाई विमलेश का निधन चार नवम्बर 2020 को हो गया था. पीड़ित दिव्यांग ने आरोप लगाया है कि भाई के अंतिम संस्कार के बाद भाभी सुलेखा ने संपत्ति हड़पने की नियत से कागजों में हेराफेरी कर उसे मृत दिखा दिया. इतना ही नहीं सुलेखा ने फर्जी दस्तावेजों की मदद से दिव्यांग के बैंक खाता से जमा निकासी पर भी रोक लगवा दी. कागजातों में मृत घोषित होने की जानकारी मिलने पर दिव्यांग के पैरों तले जमीन खिसक गई. वह खुद को जिंदा साबित करने के लिए दर दर भटक रहा है.

पीड़ित ने डीएम से लगाई फरियाद
कहीं भी न्याय न मिलने पर पीड़ित ने डीएम राकेश कुमार से न्याय की गुहार लगाई. पीड़ित ने डीएम से जिंदा करने की बात कही. डीएम ने आनन फानन में फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए है. पुलिस व राजस्व टीम ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.

पोलियो होने की वजह से नहीं हुई शादी
दिव्यांग कमलेश ने बताया कि जब वह ढाई साल का था तभी उसको पोलियो हो गया था. जिससे वह पैरों से असहाय हो गया था. दिव्यांग होने की वजह से उसकी शादी भी नहीं हुई. उसने बताया कि उसने अपने हिस्से की चार बीघा जमीन बेचकर पक्का घर बनवाया था, लेकिन भाई के निधन के बाद भाभी ने फर्जी दस्तावेज बनाकर मकान पर कब्जा कर लिया. साथ ही बची हुई साढ़े तीन बीघा जमीन पर भी भाभी ने कब्जा जमा लिया है.

पति की जगह देवर का बनवाया मृत्यु प्रमाण पत्र
दोनों भाई हमशक्ल होने की वजह से भाभी सुलेखा ने पति विमलेश का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने की बजाए देवर कमलेश का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया. अब मामला उजागर होने पर हड़कंप मचा हुआ है. किस प्रकार से फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए है जांच शुरू कर दी गई है.

थाना दिवस पर डीएम-एसपी से की थी शिकायत
पीड़ित ने बीते शनिवार को गुरसहायगंज थाना में आयोजित हुए थाना समाधान दिवस में डीएम-एसपी को शिकायती पत्र देकर मामले की शिकायत की थी. जिस पर डीएम ने क्षेत्रिय लेखपाल कन्हैया लाल को मौके पर बुलाकर जमकर फटकार लगाई थी.

एडीएम गजेंद्र सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आते ही गुरसहायगंज थाना प्रभारी को मामले की जांच सौंप दी गई है. तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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