कन्नौज: योगी सरकार भले ही स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर करोड़ों रुपये खर्च कर रही हो, लेकिन दूसरी तरफ विभाग की लापरवाही भी सामने आ रही है. स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित होकर ग्रामीण इलाकों में लोगों को समय पर इसका लाभ नही मिल पा रहा है. 108-102 एंबुलेंस के समय से न पहुंचने पर लोगों को जान तक गवानी पड़ रही है.
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से प्रसूता की मौत
जिले के ठठिया थाना क्षेत्र के करौदा शाहनगर गांव की रहने वाली बबली देवी को प्रसव पीड़ा हो रही थी. परिजनों ने अस्पताल ले जाने के लिए एम्बुलेंस सेवा को फोन लगाया. एम्बुलेंस विभाग लखनऊ की ओर से कई बार इस संबंध में जानकारी भी परिजनों से ली गई. इसके बावजूद भी एम्बुलेंस समय से नहीं पहुंची. दो घंटे एम्बुलेंस का इंतजार करने के बाद आखिरकार परिजन उसको कानपुर जिले के बिल्हौर क्षेत्र में स्थित एक निजी नर्सिंग होम ले गये, जहां समय पर न पहुंचने के कारण प्रसूता ने दम तोड़ दिया.
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नोडल अधिकारी पर की जाएगी कार्रवाई
पीड़िता बबली देवी की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया. मृतका के परिजनों का आरोप है कि अगर समय पर एम्बुलेंस आ जाती तो प्रसूता की जान बच सकती थी. एम्बुलेंस न पहुंचने से महिला की जान चली गई. वहीं मामले में जिला मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. के. स्वरूप का कहना है कि एम्बुलेंस समय पर पहुंचे यह सरकार की प्राथमिकता के कार्यक्रमों में से एक है. यदि ऐसा हुआ है तो इनके विरुद्ध शिकायत मिलने पर एम्बुलेंस के जो नोडल अधिकारी हैं, उनको लिखा जाएगा. यह एक गम्भीर बात है.
जिला मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. के. स्वरूप ने कहा कि एम्बुलेंस को टाइम पर पहुंचना चाहिए था. या तो एंबुलेंस कर्मचारियों की तरफ से लापरवाही हुई है या तो जहां पर यह काल अटेंड होती है वहां से हुई है. इस संबंध में जांच कराने के बाद जो भी संबंधित कर्मचारी या अधिकारी की लापरवाही होगी, उसके विरुद्ध कार्रवाई होगी.