कन्नौज: जनपद पुलिस ने जिले के गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के जसोदा से हिरासत में लिए गए चार संदिग्ध युवकों के बारे में खुलासा कर दिया है. पुलिस ने बताया कि सभी चारों युवक कन्नौज में रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर बुलाए गए थे. पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह की तलाश तेज कर दी है. पुलिस पूछताछ में चारों युवकों ने बताया कि सदर कोतवाली के फतुआंपुर गांव के रहने वाले एक युवक ने उन्हें जसोदा में कमरा दिलाया था. पुलिस कमरा दिलाने वाले युवक से पूछताछ में जुटी है. पुलिस ने चारों युवकों के परिजनों को मामले की जानकारी देते हुए युवकों के आपराधिक इतिहास के बारे में भी जानकारी जुटाने में लगी है.
जानकारी देते अमरेंद्र प्रसाद, एसपी दरअसल सोमवार को जसोदा गांव के कुछ ग्रामीणों ने पुलिस को फोन कर चार संदिग्ध युवकों के बारे में जानकारी दी थी. जिसके बाद गुरसहायगंज कोतवाली पुलिस चारों युवकों को थाने ले आई और पूछताछ शुरू कर दी. चारों युवकों से स्थानीय पुलिस के अलावा एलआईयू स्पेशल टीम व आईबी टीम ने भी पूछताछ की थी. जिसके बात इस मामले का खुलासा हुआ.एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि चारों युवकों की पहचान जम्मू के कठुआ निवासी राणा प्रताप व उसका भाई हरदीप, पंजाब के पठान कोट निवासी अभिषेक व यूपी के संत कबीर नगर निवासी इरफान के रूप में पहचान हुई है. चारों को रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर कन्नौज बुलाया गया था. पूछताछ में युवकों ने बताया कि सदर कोतवाली के फतुआंपुर गांव निवासी राहुल उर्फ गौरव ने कमरा दिलाया था. जिसके बाद पुलिस ने जब राहुल से पूछताछ की तो राहुल ने बताया कि उसे भी पश्चिम बंगाल रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर भेजा गया था. लेकिन, काम का पेमेंट नहीं किया गया. एसपी ने बताया कि पंजाब का रहने वाला ठेकेदार रंजन ने चारों को रेलवे में नौकरी का झांसा देकर कन्नौज भेजा था.
नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह में कन्नौज के भी दो लोगों के नाम सामने आए हैं. पुलिस दोनों युवकों की तलाश में जुटी है. साथ ही चारों युवकों के गृह जनपद के एसपी से पत्राचार कर आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी ली गई है. युवकों के परिजनों को भी सूचित किया गया है. अभी तक कोई संदिग्ध बात सामने नहीं आई है.
-अमरेंद्र प्रसाद, एसपी