कन्नौजः जिला के तिर्वा कस्बा स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आयी है. यहां पर सुविधाओं के अभाव में एक नवजात बच्ची की मौत हो गई है. मेडिकल कॉलेज में भर्ती एक प्रसूता ने एक बच्ची को जन्म दिया था. आरोप है कि बच्ची को सांस लेने की दिक्कत होने पर डॉक्टरों ने कानपुर रेफर कर दिया. कानपुर ले जाते समय नवजात ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. बच्ची की मौत के बाद से परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने और एनआईसीयू की सुविधा न देने का आरोप लगाया है.
दरअसल राजकीय मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सुविधाएं होने के बावजूद सालों से बंद पड़ी हुई है. इसके चलते मरीजों को दूसरे जनपदों के चक्कर लगाने पड़ते है. गुरुवार को ठठिया थाना क्षेत्र के बस्ता गांव निवासी दीपक कुमार की पत्नी दिव्या को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने तिर्वा कस्बा स्थित मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था. दीपक कुमार ने बताया कि यहां पर पत्नी ने एक बच्ची को जन्म दिया था. जन्म के कुछ देर बाद ही बच्ची की हालत बिगड़ गई. बच्ची को सांस लेने में दिक्कत होने के बाद उसकी हालत लगातार बिगड़ती चली गई. हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उसे कानपुर रेफर कर दिया. कानपुर ले जाते समय बच्ची ने रास्ते में दम तोड़ दिया.
गौरतलब है कि बच्ची की मौत के परिजन बच्ची का शव लेकर मेडिकल कॉलेज वापस लौट आए. नवजात की मौत के बाद परिजनों वार्ड में तैनात डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने और एनआईसीयू की सुविधा न देने का आरोप लगाया. दीपक ने स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव के चलते बच्ची की मौत होने की बात कही. दीपक ने कहा कि आईसीयू और वेंटिलेटर न होने की वजह से बच्ची की मौत हुई है. समय से बच्ची को सुविधाएं मिल जातीं, तो उसकी मौत नहीं होती. वहीं, सीएमएस डॉ. दिलीप सिंह ने बताया कि बच्ची प्री-मैच्योर हुई थी. इसके चलते उसको कानपुर रेफर किया गया था. मेडिकल कॉलेज में सभी प्रकार की सुविधाएं मौजूद हैं.
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