कन्नौज: जिले में 4 माह पहले तिर्वा कोतवाली के शौचालय में एक शिक्षक का संदिग्ध अवस्था में शव मिला था. परिजनों ने कोतवाली पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया था, जिसके बाद पुलिस ने शिक्षक के मामले को खुदकुशी करार दिया था. शिक्षक के परिजनों ने न्याय के लिए न्यायालय का दरबाजा खटखटाया और इस मामले की याचिका हाईकोर्ट में दायर की. हाईकोर्ट ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए तिर्वा कोतवाली पुलिस और एसपी सहित प्रमुख सचिव गृह डीजीपी, एडीजी कानपुर को नोटिस जारी कर 14 जुलाई को तलब किया है.
पत्नी से हुआ था विवाद
बताते चलें कि मृतक शिक्षक जालौन जिले के गिंदौसा गांव का रहने वाले 35 वर्षीय पर्वत सिंह थे. वह औरैया क्षेत्र के अछल्दा में स्थित सैदपुर प्राइमरी स्कूल में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत थे. उसकी शादी तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सुक्खापुरवा निवासी अनिल दोहरे की पुत्री नीरज के साथ हुई थी.
परिजनों ने लगाया था हत्या का आरोप
19 मार्च को पर्वत सिंह अपनी पत्नी को लाने ससुराल आया था. जहां उसका ससुराल में ही पत्नी के साथ आपसी विवाद हो गया था, जिसके बाद इस विवाद की सूचना पुलिस को मिली. मौके पर पहुंची पुलिस पर्वत सिंह को पकड़कर कोतवाली ले आई, जिसके बाद कोतवाली में 20 मार्च की रात को शिक्षक का शव संदिग्ध अवस्था में मिला. पुलिस ने इस मामले में शिक्षक की खुदकुशी का मामला बताया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, लेकिन परिजनों ने कोतवाली पुलिस पर ही हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई न किए जाने पर हंगामा भी किया.
न्याय न मिलने पर परिजन पहुंचे हाईकोर्ट
इसके बावजूद जब परिजनों की सुनवाई नहीं हुई तो परीजनों ने न्यायालय से न्याय की गुहार लगाई और इस मामले की याचिका ठाकुर अभिषेक सिंह ने हाईकोर्ट में दायर की. याचिका में उन्होंने पुलिस अधीक्षक पर हत्या का आरोप लगाया था. याचिकाकर्ता ठाकुर अभिषेक सिंह का आरोप है कि पुलिस हिरासत में हुई पिटाई से उसकी मौत हो गई थी. इस मामले में उसने न्याय के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जिसके बाद इस मामले को संज्ञान में लेते हुए हाईकोर्ट ने कोतवाली पुलिस सहित संबंधित अधिकारियों को तलब किया है.