कन्नौजः जिले में बिजली विभाग का कारनामा सामने आया है. सदर तहसील के बरौली गांव में बिजली विभाग ने बंद पड़े ट्यूवबेल को चालू हालत में दिखाकर तीन लाख रुपये का बकाया बिल भेज दिया. आरसी कटने पर पीड़ित को मामले की जानकारी हुई. पीड़ित परिवार ने डीएम दफ्तर पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है. साथ ही अमीन पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने व जेल भेजने की धमकी देने का आरोप लगाया है. डीएम ने मामले की जांच के आदेश दिए है.
सदर कोतवाली क्षेत्र के बरौली निवासी प्रेमचंद्र श्रीवास्तव लेखपाल पद से रिटायर है. गांव में ही उनकी जमीन है. उन्होंने साल 2014-15 में खेत में लगे नलकूप के लिए बिजली कनेक्शन का आवेदन किया था. उन्होंने योजना के तहत 1 लाख 14 हजार 457 रुपये जमा किए थे. विभाग की ओर से 14 सामग्री मिलनी थी. लेकिन उनको चार सामग्री नहीं दी गई. वहीं बिजली विभाग ने कागजों पर ट्यूवबेल को चालू दिखा दिया. उपभोक्ता ने बाकी रह गई चार सामग्रियों के लिए विभाग को पत्र भी लिखा, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई. सन 2019 में बिजली विभाग ने ट्यूवबेल का कनेक्शन भी काट दिया. अब बिजली विभाग ने उपभोक्ता को तीन लाख रुपये का बकाया बिल दिखाते हुए आरसी जारी कर दी है. जब अमीन ने बकाया बिल के चलते आरसी कटने की जानकारी दी तब प्रेमचंद्र श्रीवास्तव को मामले की जानकारी हुई.
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पीड़ित प्रेमचंद्र श्रीवास्तव का बेटा अजय अपनी मां के साथ सोमवार को डीएम दफ्तर पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई. अजय ने बताया कि उसके पिता ने 2015 में ट्यूवबेल का कनेक्शन लिया था, लेकिन बिजली सप्लाई शुरू नहीं हुई थी. जबकि विभाग ने कागजों पर चालू दिखा दिया था. साथ ही 2019 में कनेक्शन भी काट दिया गया था. इसके बावजूद विभाग ने करीब तीन लाख रुपये का बकाया बिल दिखाकर आरसी जारी कर दी है. साथ ही अजय ने अमीन पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि बार-बार फोन कर मां से बत्तमीजी की जा रही है. बकाया बिल जमा न करने पर जेल भेजने की धमकी दी जा रही है. वहीं, डीएम राकेश कुमार मिश्रा ने मामले के जांच के निर्देश दिए है.
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