कन्नौज: सौरिख ब्लॉक क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉक्टर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव ड्यूटी के दौरान संक्रमित हो गए थे. आगरा के निजी अस्पताल में सोमवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. डॉक्टर की कोरोना से निधन की खबर मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में भी शोक की लहर दौड़ गई. डॉक्टरों व कर्मचारियों ने मृतक डॉक्टर के घर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की. परिजनों का आरोप है कि वैक्सीन की दोनों डोज लगने के बाद भी उनकी कोरोना से मौत हो गई.
ये है पूरा मामला
औरैया जनपद के विधूना कस्बा निवासी डॉक्टर संजीव शाक्य (45) सौरिख ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम मढ़ी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात थे. प्रशासन की ओर से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में उनकी ड्यूटी लगाई गई थी. ड्यूटी करने के दौरान डॉक्टर कोरोना संक्रमित हो गए थे. लगातार स्वास्थ्य बिगड़ने पर उन्होंने 25 अप्रैल को औरैया जिले में कोरोना की जांच कराई थी. एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव निकली थी. रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्होंने सौरिख सीएचसी प्रभारी डॉ. अजहर सिद्दीकी को मामले की जानकारी देकर होम आइसोलेशन में रहकर अपना इलाज शुरू कर दिया था. लेकिन हालत में सुधार न होने पर परिजनों ने उन्हें आगरा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां इलाज के दौरान उनका ऑक्सीजन लेवल लगातार गिरता रहा. इस पर उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था.
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इलाज के दौरान हुई मौत
सोमवार को उपचार के दौरान डॉक्टर की मौत हो गई. साथी डॉक्टर की कोरोना से मौत की खबर मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में भी शोक की लहर दौड़ गई. सीएचसी प्रभारी डॉ.अजहर सिद्धिकी, डॉ. निशांत यादव, डॉ. सहदेव यादव, डॉ. नीरज शाक्य, घनश्याम, विनय पांडेय सहित स्वास्थय विभाग के कर्मचारियों ने मृतक के घर पहुंच कर श्रद्धांजलि अर्पित की.
परिवार का आरोप, वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद भी हुई मौत
वहीं मृतक डॉ. संजीव शाक्य के परिजनों का आरोप है कि वो कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके थे. इसके बावजूद भी उनकी कोरोना से मौत हो गई.