ETV Bharat / state

कन्नौज: डीएम ने किसानों से की पराली न जलाने की अपील, 22 किसानों को नोटिस जारी

पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ प्रशासन के कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए हैं. बावजूद इसके कन्नौज में पराली जलाकर वातावरण प्रदूषित किया जा रहा है. इस पर जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए कुल 22 किसानों को नोटिस भेजा है.

etv bharat
डीएम ने किसानों से की पराली नहीं जलाने की अपील
author img

By

Published : Dec 6, 2019, 1:57 PM IST

कन्नौज: जिले में पराली जलाकर पर्यावरण प्रदूषित करने के आरोप में जिला प्रशासन ने 22 किसानों को चिह्नित कर नोटिस भेजा है. इनमें 10 किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है और अन्य के खिलाफ पुलिस को तहरीर सौंपी गई है. पराली न जलाने और पर्यावरण को बचाने के लिए जिलाधिकारी लोगों से अपील भी कर रहे हैं.

पराली जलाने वाले किसानों पर मुकदमा दर्ज
पराली जलाकर पर्यावरण प्रदूषित करने वालों जिले के कई किसानों पर प्रशासन ने नोटिस भेजा और कार्रवाई के लिए जवाब मांगा गया. जवाब न मिलने पर जिला प्रशासन ने अलग-अलग थानों में 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. इसके अलावा अन्य किसानों पर मुकदमा दर्ज कराने के लिए पुलिस को तहरीर दी है.

डीएम ने किसानों से की पराली नहीं जलाने की अपील.

22 किसानों को किया गया चिन्हित
तिर्वा तहसील क्षेत्र के सतौरा ग्राम सभा में बृजेश कुमार अपने खेत में फसलों के अवशेष जलाकर वातावरण को प्रदूषित कर रहे थे. पुलिस ने लेखपाल की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया है. बताया जा रहा है कि चेतावनी के बाद भी किसानों ने खेत में पराली जलाई है, इसके बाद कुल 22 किसानों को चिन्हित किया गया है.

कुल 10 किसानों पर दर्ज हो चुका FIR
जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने बताया कि शासन के बहुत स्पष्ट निर्देश हैं कि पराली जलाने की घटनाएं न हो. सभी लोगों को जागरूक किया गया है कि पराली न जलाए क्योंकि इसमें अगर घटनाएं होंगी तो जुर्माना और एफआईआर दोनों का प्रावधान है. कुछ लोगों ने इसके बावजूद पराली जलाई है तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. अब तक कुल 10 प्रकरणों में कार्रवाई की जा रही है.

इसे भी पढे़ं:- चंदौली: पराली जलाने पर 4 किसानों के खिलाफ FIR, 6 कर्मचारियों पर विभागीय कार्रवाई

कन्नौज: जिले में पराली जलाकर पर्यावरण प्रदूषित करने के आरोप में जिला प्रशासन ने 22 किसानों को चिह्नित कर नोटिस भेजा है. इनमें 10 किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है और अन्य के खिलाफ पुलिस को तहरीर सौंपी गई है. पराली न जलाने और पर्यावरण को बचाने के लिए जिलाधिकारी लोगों से अपील भी कर रहे हैं.

पराली जलाने वाले किसानों पर मुकदमा दर्ज
पराली जलाकर पर्यावरण प्रदूषित करने वालों जिले के कई किसानों पर प्रशासन ने नोटिस भेजा और कार्रवाई के लिए जवाब मांगा गया. जवाब न मिलने पर जिला प्रशासन ने अलग-अलग थानों में 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. इसके अलावा अन्य किसानों पर मुकदमा दर्ज कराने के लिए पुलिस को तहरीर दी है.

डीएम ने किसानों से की पराली नहीं जलाने की अपील.

22 किसानों को किया गया चिन्हित
तिर्वा तहसील क्षेत्र के सतौरा ग्राम सभा में बृजेश कुमार अपने खेत में फसलों के अवशेष जलाकर वातावरण को प्रदूषित कर रहे थे. पुलिस ने लेखपाल की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया है. बताया जा रहा है कि चेतावनी के बाद भी किसानों ने खेत में पराली जलाई है, इसके बाद कुल 22 किसानों को चिन्हित किया गया है.

कुल 10 किसानों पर दर्ज हो चुका FIR
जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने बताया कि शासन के बहुत स्पष्ट निर्देश हैं कि पराली जलाने की घटनाएं न हो. सभी लोगों को जागरूक किया गया है कि पराली न जलाए क्योंकि इसमें अगर घटनाएं होंगी तो जुर्माना और एफआईआर दोनों का प्रावधान है. कुछ लोगों ने इसके बावजूद पराली जलाई है तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. अब तक कुल 10 प्रकरणों में कार्रवाई की जा रही है.

इसे भी पढे़ं:- चंदौली: पराली जलाने पर 4 किसानों के खिलाफ FIR, 6 कर्मचारियों पर विभागीय कार्रवाई

Intro:कन्नौज : पराली जलाए जाने से प्रशासन ने लगाईं रोक, कार्यवाही के साथ डीएम ने की यह अपील
------------------------------------------------------
यूपी के कन्नौज में पराली जलाकर पर्यावरण प्रदूषित करने के आरोप में जिला प्रशासन ने 22 किसानों को चिह्नित कर नोटिस भेजा है। इनमें 10 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है और  10 के खिलाफ पुलिस को तहरीर साैंपी गई है।खेतों में फसलों के अवशेष जलाने से वातावरण में बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर सरकार ने पराली जलाने वालों पर कार्रवाई के शख्त निर्देश दिए है इसके बावजूद जिले में पराली जलाए जाने की घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। जिसके लिए जिलाधिकारी लोगों से अपील भी कर रहे है। आइए देखते है कन्नौज से यह स्पेशल रिपोर्ट।  

Body:पराली जलाकर पर्यावरण प्रदूषित करने के आरोप में जिला प्रशासन ने 22 किसानों को चिह्नित कर उनको नोटिस भेजा है। अलग-अलग गांवों में 22 किसान पराली जलाते हुए पाए गए। इन पर कार्रवाई के लिए नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया। जवाब न मिलने पर जिला प्रशासन ने अलग-अलग थानों में 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इसके अलावा अन्य किसानों पर मुकदमा दर्ज कराने के लिए पुलिस को तहरीर दी है। इस कार्यवाही में अगौस गांव में रघुवीर पुत्र रामस्वरूप, कचाटीपुर गांव निवासी सूरज कनौजिया पुत्र रघुवीर, रामाधार पुत्र गंगाचरन के खिलाफ इंदरगढ़ में व तहसील बिल्हौर के राजेंद्र पुत्र बच्चीलाल, गुरौली गांव निवासी नफीस खां पुत्र हनीफ खां के खिलाफ ठठिया थाने मे मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसके अलावा लेखपाल हिमांशु पांडेय ने पूरन सिंह, मुंशीलाल निवासी लक्ष्मणपुर, सोबरन, मुंशीलाल निवासी रामपुर, आशाराम निवासी सिमरिया, अवनेश निवासी सरौली के खिलाफ पराली जाने पर मुकदमा ठठिया थाने में दर्ज कराया गया है। बताया जा रहा है कि चेतावनी के बाद भी इन्होंने खेत में पराली जलाई है। इससे मुकदमा दर्ज कराया गया है। अन्य सभी पराली जलाने वालों पर मुकदमा दर्ज कराने के लिए पुलिस को तहरीर दी गयी है। इसी तरह तिर्वा तहसील क्षेत्र के सतौरा ग्राम सभा में बृजेश कुमार पुत्र प्रभूदयाल अपने खेत में फसलों के अवशेष जलाकर वातावरण को प्रदूषित कर रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने लेखपाल की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया है।

Conclusion:जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने बताया कि शासन के बहुत स्पष्ट निर्देश है कि पराली जलाने की घटनाएं न हो। इसके लिए मैने प्रेसकान्फ्रेंस करके सभी लोगों को आगाह किया। इसके अलावा हमारे एसडीएम, तहसीलदार बांकी राजस्व की टीम, पुलिस की टीम, कृषि की टीम, सभी ने यह लोगों को जागरूक किया है कि पराली न जले, क्योंकि इसमें अगर घटनायें होगी तो इसमें जुर्माना और एफआईआर दोनों का प्रावधान है। कुछ लोगों के द्वारा इन सभी के बावजूद पराली जलाये जाने की घटना की गयी है। तो उनके विरूद्ध एफआईआर दर्ज करायी गयी है और अब तक जनपद में दस प्रकरणों में एफआईआर दर्ज हो चुकी है और इसमेें कार्यवाही की जा रही है।

गौशालाओं में पराली भिजवाने की किसानो से की अपील

पराली जलाने के बजाय उसको गौशाला में भिजवाए जाने की अपील करते हुए जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने कहा कि मै एक बार फिर अपने जनपद वासियों को यह संदेश देना चाहूंगा कि पराली किसी भी दशा में न जलायें, उसको गडृढे में गाड़कर खाद के रूप में उपयोग करें, या बहुत अच्छा होगा कि गौशालाओं में इसको भिजवा दें। तो गौशालाओं में उनके खाने के लिए भी काम आ सकती है और जाड़े के सीजन में इसको नीचे बिछाकर थोड़ा बछड़ों की गरमाहट में भी इसका काम आ सकती है। तो मै यही अपील करूंगा कि पराली न जलायें और उनके आस-पास जो भी गौ-शालायें हैं वहाॅ पर भिजवा दें।
बाइट - रविन्द्र कुमार - जिलाधिकारी, कन्नौज
---------------------------------------
कन्नौज से पंकज श्रीवास्तव
09415168969
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.