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कन्नौज पंचायत चुनावः अवैध शराब और असलहों की बढ़ गई मांग

यूपी के कन्नौज जिले में पंचायत चुनाव की सरगर्मी बढ़ गई है. साथ ही जिले में अवैध शराब और असलहों के धंधों में भी वृद्धि देखने को मिली है. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, दो माह में अवैध शराब बनाकर बेचने के 137 मुकदमे दर्ज हुए हैं. वहीं अवैध असलहे के भी 50 मामले दर्ज किए गए.

अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार आरोपी
अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार आरोपी
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Published : Sep 5, 2020, 5:00 PM IST

कन्नौजः पंचायत चुनाव की आहट का असर जिले में बढ़ी आपराधिक गतिविधियों में नजर आने लगा है. यहां पिछले दो माह में शराब और असलहों के अवैध धंधे में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. जिले में संगठित अपराध करने वाले भी पुलिस ने चिन्हित किए हैं. दो माह में 11 गिरोह चिन्हित कर उनके 30 अपराधी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं.

एडीजी ने मांगा था कार्रवाई का ब्यौरा
दो दिन पहले एडीजी कानपुर मंडल जय नारायण सिंह ने एसपी सहित सभी पुलिस अफसरों के साथ होमवर्क किया था. उन्होंने पंचायत चुनाव में गड़बड़ी करने वाले सभी कारकों पर जल्द लगाम कसने के निर्देश दिए थे. पिछले दो माह में सभी तरह के अपराधों पर की गई कार्रवाई का ब्यौरा भी एडीजी ने मांगा था. पुलिस ने दो माह के अपराधों और कार्रवाई का जो ब्यौरा दिया वह चौंकाने वाला है.

रिकॉर्ड चौंकाने वाले
जिले में दो माह में सबसे ज्यादा केस अवैध शराब और अवैध असलहों के कारोबार के दर्ज हुए. पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, इन दो माह में अवैध शराब बनाकर बेचने के 137 मुकदमे दर्ज हुए, जिनमें 139 शराब बनाने वालों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. पुलिस ने अवैध असलहे के भी 50 मामले दर्ज किए. साथ ही 49 बदमाशों को असलहे के साथ गिरफ्तार किया गया, जिनके कब्जे से भारी मात्रा में देशी मेड कारतूस बरामद हुए हैं.

शांतिपूर्ण चुनाव कराने की चुनौती
पुलिस सूत्रों की मानें तो यह सारी तैयारी पंचायत चुनाव की है. पंचायत चुनाव में जमकर शराब और दबंगई का प्रदर्शन होता है, जिसके चलते शराब और असलहों की डिमांड बढ़ जाती है. एसपी के निर्देश पर सभी थानों की पुलिस ने इन दिनों पूरा मुखबीर तंत्र शराब और असलहा माफिया सहित हर तरह के अपराधियों की धरपकड़ के लिए सक्रिय कर दिया है. पंचायत चुनाव से पहले पुलिस जिले में ज्यादा से ज्यादा इन धंधों पर अंकुश लगाकर चुनाव शांतिपूर्वक कराने में जुटी है.

कन्नौजः पंचायत चुनाव की आहट का असर जिले में बढ़ी आपराधिक गतिविधियों में नजर आने लगा है. यहां पिछले दो माह में शराब और असलहों के अवैध धंधे में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. जिले में संगठित अपराध करने वाले भी पुलिस ने चिन्हित किए हैं. दो माह में 11 गिरोह चिन्हित कर उनके 30 अपराधी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं.

एडीजी ने मांगा था कार्रवाई का ब्यौरा
दो दिन पहले एडीजी कानपुर मंडल जय नारायण सिंह ने एसपी सहित सभी पुलिस अफसरों के साथ होमवर्क किया था. उन्होंने पंचायत चुनाव में गड़बड़ी करने वाले सभी कारकों पर जल्द लगाम कसने के निर्देश दिए थे. पिछले दो माह में सभी तरह के अपराधों पर की गई कार्रवाई का ब्यौरा भी एडीजी ने मांगा था. पुलिस ने दो माह के अपराधों और कार्रवाई का जो ब्यौरा दिया वह चौंकाने वाला है.

रिकॉर्ड चौंकाने वाले
जिले में दो माह में सबसे ज्यादा केस अवैध शराब और अवैध असलहों के कारोबार के दर्ज हुए. पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, इन दो माह में अवैध शराब बनाकर बेचने के 137 मुकदमे दर्ज हुए, जिनमें 139 शराब बनाने वालों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. पुलिस ने अवैध असलहे के भी 50 मामले दर्ज किए. साथ ही 49 बदमाशों को असलहे के साथ गिरफ्तार किया गया, जिनके कब्जे से भारी मात्रा में देशी मेड कारतूस बरामद हुए हैं.

शांतिपूर्ण चुनाव कराने की चुनौती
पुलिस सूत्रों की मानें तो यह सारी तैयारी पंचायत चुनाव की है. पंचायत चुनाव में जमकर शराब और दबंगई का प्रदर्शन होता है, जिसके चलते शराब और असलहों की डिमांड बढ़ जाती है. एसपी के निर्देश पर सभी थानों की पुलिस ने इन दिनों पूरा मुखबीर तंत्र शराब और असलहा माफिया सहित हर तरह के अपराधियों की धरपकड़ के लिए सक्रिय कर दिया है. पंचायत चुनाव से पहले पुलिस जिले में ज्यादा से ज्यादा इन धंधों पर अंकुश लगाकर चुनाव शांतिपूर्वक कराने में जुटी है.

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