कन्नौज : जिले के सदर कोतवाली स्थित पुलिस अधीक्षक आवास के पास पुलिस लाइन परिसर में कन्नौज व मैनपुरी की पुलिस में जमकर खूनी संघर्ष हुआ. इस संघर्ष में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए. एक अन्य व्यक्ति का भी हाथ टूट गया. इस खूनी संघर्ष के पीछे डेढ़ लाख रुपये का लेन-देन बताया जा रहा है, वहीं मामला पुलिस विभाग से जुड़ा होने के कारण जिले के पुलिस अधिकारी बयान देने से बच रहे हैं.
दरअसल, कन्नौज जिले की एसओजी टीम ने ट्रक चोरी के मामले में मैनपुरी जिले निवासी एक व्यक्ति को पकड़ा था. एसओजी टीम द्वारा पकड़े गए व्यक्ति से पूछताछ के लिए उसको पुलिस लाइन परिसर में रखा था. पकड़े गए व्यक्ति के भाई ने बताया कि उसके पास कन्नौज पुलिस लाइन परिसर से फोन आ रहे थे कि उसके भाई को पकड़ा गया है. भाई को छुड़ाने के लिए डेढ़ लाख रुपये लेते आना. उसने बताया कि फोन करने वालों ने ये नहीं बताया कि वो पुलिसकर्मी हैं. उसने समझा उसके भाई का अपहरण हुआ है और बदमाश उससे पैसा मांग रहे हैं. उसने फोन पर पैसा मांगने की सूचना मैनपुरी पुलिस को दे दी.
देर रात वह मैनपुरी जिले की पुलिस के साथ कन्नौज पुलिस लाइन पहुंचा.वहां जब रुपये देने के बाद आई तो दोनों जिलों की पुलिस में खूनी संघर्ष हो गया. संघर्ष में 2 पुलिसकर्मी घायल हो गए जबकि आरोपी के भाई ब्रजेश को पुलिसकर्मियों ने इतना पीटा कि उसका हाथ ही टूट गया. मामले पर जब जिले के पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह से पूछना चाहा तो उन्होंने अनभिज्ञता दिखाते हुए बोलने से मुकर गए.
घायल अवस्था में दोनों घायल सिपाहियों व आरोपी के भाई ब्रजेश को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. पूरे मामले पर जिस तरह से कन्नौज जिले के पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने चुप्पी साध रखी है.