कन्नौज: अब मवेशी फसल के साथ-साथ किसानों के जान के दुश्मन बनने लगे हैं. जी हां, जिला प्रशासन की लापरवाही के चलते एक महीने के अंदर तीन लोगों की जान मवेशी ले चुके हैं. ताज़ा मामला कन्नौज के मियागंज का है. जहां रात में एक वृद्ध किसान को एक मवेशी पटक-पटक मार मौत के घाट उतार दिया.
दरअसल, कन्नौज सदर कोतवाली अंतर्गत मानीमऊ चौकी क्षेत्र के मियांगंज निवासी 65 वर्षीय मदारबख्श रायनी उर्फ़ मदारु बाजार में सब्जी की दुकान लगाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते थे. देर रात वो घर के बाहर किसी से बातचीत कर रहे थे, इसी दौरान एक सांड़ ने उनके पीछे से हमला बोल दिया. सांड़ के हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गए.
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे परिजनों ने घायल मदारबख्श रायनी उर्फ़ मदारु को अस्पताल में भर्ती कराया. लेकिन हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उन्हें कानपुर रेफर कर दिया. परिजन घायल को कानपुर लेकर जा रहे थे, इसी दौरान रास्ते में बिल्हौर पहुंचते ही उनकी मौत हो गई. मौत के बाद पूरे परिवार में चीख पुकार मच गई.
हादसे से 10 दिन पहले ग्रामीणों ने अन्ना सांड़ को पकड़ने के लिए दिया था आवेदन
कन्नौज के मियागंज में अन्ना जानवर सड़कों पर घूम रहे हैं. 10 दिन पहले ग्रामीणों ने सांड़ को पकड़ने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था. लेकिन कोई अधिकारी या कर्मचारी गांव नहीं आया.
अन्ना सांड़ के हमले में पहले भी हुईं हैं मौतें
कन्नौज जिले में अन्ना मवेशी से हुई मौत का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले तीन मार्च को कसावा के गांव बटो निवासी किसान प्यारेलाल और 19 फरवरी को इंदरगढ़ निवासी किसान जागेश्वर पर हमला कर अन्ना सांड़ ने मौत के घाट उतार दिया था. करीब छह माह पहले ही नियामत उर्फ बिल्लू को पटक-पटककर मौत के घाट उतार दिया था. साथ ही शाहनवाज, अशोक श्रीवास्तव, विमलेश गुप्ता, लल्ला, उस्मान, रामतीर्थ को घायल कर चुका है.
मौत के बाद सांड को पकड़ने पहुंचे अधिकारी
हालांकि जिला प्रशासन ने मदारबख्श रायनी उर्फ़ मदारु की मौत के बाद अन्ना सांड़ को पकड़ने के लिए गांव में टीम भेजी. जिसके बाद टीम अन्ना सांड़ को पकड़ने की कवायद शुरू कर दी है. हालांकि अगर यह कार्रवाई पहले हुई होती, तो आज मदारबख्श रायनी उर्फ़ मदारु की मौत न होती. इस मौत में हुई लापरवाही का कहीं न कहीं जिला प्रसाशन भी जिम्मेदार है.
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