कन्नौज: पेट्रोल-डीजल और गैस के दामों में लगातार बढ़ोतरी के खिलाफ ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के पदाधिकारियों में आक्रोश है. शुक्रवार को AIMIM पदाधिकारियों ने बढ़ती महंगाई को लेकर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा. कहा कि पेट्रोल-डीजल और गैस के दाम दिन-प्रतिदिन बढ़ने से आम जनता परेशान है. इससे हर क्षेत्र में महंगाई बढ़ रही है. महंगाई और बेरोजगारी के साथ-साथ प्रदेश में कानून व्यवस्था बेपटरी पर है. उन्होंने मांग की है कि सरकार तत्काल बढ़े दामों को वापस ले. साथ ही पेट्रोल-डीजल और गैस को जीएसटी के दायरे में लाया जाय.
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शुक्रवार को एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष इशरत खान की अगुवाई में कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे. कार्यकर्ताओं ने बढ़ रही महंगाई और ध्वस्त कानून व्यवस्था को लेकर जमकर विरोध-प्रदर्शन किया. बाद में राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन डीएम राकेश कुमार को सौंपा.
डीजल-पेट्रोल और गैस के बढ़े दामों को वापस लेने की मांग
राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन में एआईएमआईएम ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थ के दाम निम्न स्तर पर हैं, लेकिन भाजपा सरकार लगातार पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि कर रही है. साथ ही सरकार गैस के दाम भी बढ़ाने में जुटी है, जबकि पड़ोसी देशों में कम दामों पर पेट्रोल और डीजल उपलब्ध है. लगातार दामों में हो रही वृद्धि से जनता परेशान है. इससे महंगाई भी बढ़ रही है. आम जनता महंगाई का बोझ सहन नहीं कर पा रही है. जनता बेरोजगारी और महंगाई की दोहरी मार झेल रही है.
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'प्रदेश में ध्वस्त हुई कानून व्यवस्था'
एआईएमआईएम जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है. जगह-जगह बेटियों के साथ दुष्कर्म की वारदात सामने आ रही हैं. गांव से लेकर शहर तक लूटपाट मची हुई है. कार्यकर्ताओं ने महंगाई पर अंकुश लगाने के साथ-साथ कानून व्यवस्था में सुधार लाने की मांग की है.