कन्नौज: तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के महिपालपुरवा गांव में खेलते समय कुछ बच्चों ने जेट्रोफा का जहरीला बीज खा लिया. इससे 11 बच्चों की हालत बिगड़ गई. आनन फानन में सभी बच्चों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. प्राथमिक उपचार के बाद बच्चों की हालत में सुधार है. फिलहाल सभी बच्चे खतरे से बाहर है. सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
जानकारी के मुताबिक, तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के महिपालपुरवा गांव में सोमवार देर शाम खेलने के दौरान कुछ बच्चों ने जेट्रोफा (जंगली एरंडी) के बीज खा लिए. इससे उनकी हालत बिगड़ गई. बीज खाने की वजह से मुकेश (8), छोटू (6) पुत्र नीलम, जगभान (7) पुत्र अमर सिंह, काली (5) पुत्री हरिओम, भारत सिंह (7) पुत्र पुत्तूलाल, दिलीप (8) पुत्र हरीचरन, सुनील (7) पुत्र गुलाब, यशोदा (10) पुत्री कालीचरन, गायत्री (6) अरूण, हरिओम (7) पुत्र बृजभान व सावित्री (6) पुत्री हरि चरन की हालत बिगड़ती देखकर आनन फानन में ग्रामीणों ने मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया. मामले की खबर मिलते ही गांव में हड़कंप मच गया. अस्पताल पहुंचे बच्चों का तत्काल डॉक्टरों की टीम ने उपचार किया. समय से इलाज मिलने पर सभी बच्चे खतरे से बाहर है. मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई.
यह भी पढ़ें: महोबा में कुर्सी छूने पर टीचर ने दलित छात्र को बेहरमी से पीटा, अस्पताल में भर्ती
क्या होता है जेट्रोफा
जेट्रोफा का पौधा गांवों, खेतों और सड़कों के किनारे असानी से मिल जाता है. इसके बीज में कुछ मात्रा में जहरीला पदार्थ पाया जाता है. बीज खाने से व्यक्ति में नशा उत्पन्न हो जाता है. ज्यादा मात्रा में खाने से व्यक्ति बेहोशी की हालत में चला जाता है. समय पर इलाज न मिलने पर यह घातक साबित हो सकता है.