झांसी: जिले के मऊरानीपुर कोतवाली क्षेत्र (Mauranipur Kotwali area) के अंतर्गत तहसील परिसर में मंगलवार की सुबह कुछ लोगों ने महिला का शव रखकर जमकर प्रदर्शन किया. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझाने का काफी प्रयास किया. लेकिन परिजन अपनी जिद पर अड़े रहे और सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है.
झांसी मऊरानीपुर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम बुढ़िया विजरवारा के रहने वाले प्रीतम अहिरवार ने बताया कि कुछ दिन पहले उसका विवाद गांव के ही लोगों से सेक्टर पर से निकलने को लेकर हो गया था, जिसके बाद बिना सूचना के पुलिस मौके पर पहुंची. फिर उसे और उसकी घायल पत्नी को थाने लाई, जहां पुलिस द्वारा उसे थाने में बैठा दिया गया और उसकी पत्नी लहूलुहान अवस्था में थाने के बाहर घंटों पड़ी रही. पीड़ित थाने के अधिकारियों से गुहार लगाता रहा कि उसकी पत्नी को उपचार के लिए अस्पताल ले जाने दो. लेकिन पुलिस के अधिकारियों ने उसकी एक न सुनी. कहा जैसे-तैसे उसकी पत्नी को अस्पताल छोड़ा, जहां वह 2 दिन तक रही और पति को पुलिस द्वारा 2 दिन तक थाने में बैठाया गया. इसके बाद पुलिस द्वारा 151 की कार्रवाई करते हुए उसे कुछ पल के लिए छोड़ा गया और फिर दोबारा पकड़ कर थाने में बैठाया गया.
पीड़ित का आरोप है कि, फिर से छोड़ने के नाम पर पुलिस में तैनात कुछ बिना वर्दी के सिपाहियों द्वारा 25 हजार रुपये लिए गए और तब जाकर छोड़ा गया. ट्रैक्टर छोड़ने के नाम पर भी 35000 की मांग की गई. इसके बाद वह अपनी पत्नी को लेकर झांसी उपचार के लिए गया, जहां उसकी पत्नी ने दम तोड़ दिया, जिसके बाद गुस्साए परिजन महिला का शव मंगलवार की सुबह कोतवाली लेकर पहुंचे. लेकिन पुलिस के आला अधिकारियों द्वारा कोई सुनवाई नहीं की गई. इसके बाद परेशान परिजन महिला का शव लेकर तहसील परिसर पुलिस क्षेत्राधिकारी के कार्यालय पहुंचे और सड़क किनारे शव रखकर प्रदर्शन करने लगे. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और काफी समझाने का प्रयास किया. लेकिन वह नहीं माने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते रहे.
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