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झांसी में दो स्वास्थ्य इकाइयों को मिला ब्लड स्टोरेज यूनिट का सर्टिफिकेशन

झांसी की दो स्वास्थ्य इकाइयों को ब्लड स्टोरेज यूनिट का सर्टिफिकेशन मिल गया है. इन दोनों स्वास्थ्य इकाइयों पर ब्लड स्टोरेज की सुविधा शुरू हो जाने से प्रसव के लिए आने वाली प्रसूताओं को आवश्यकता पड़ने पर तत्काल खून उपलब्ध हो जाएगा.

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Published : Jan 1, 2021, 3:44 PM IST

blood storage unit in jhansi
ब्लड स्टोरेज यूनिट का सर्टिफिकेशन

झांसी: जनपद की दो स्वास्थ्य इकाइयों मऊरानीपुर और बबीना इकाई को ब्लड स्टोरेज़ यूनिट का सर्टिफिकेशन मिल गया है. इन केन्द्रों से अब मरीजों को आसानी से खून मिल सकेगा. इन दोनों इकाइयों पर आपातकालीन सेवाएं तो थी लेकिन आकस्मिक रूप से खून को मुहैया कराने की सुविधा उपलब्ध नहीं थी. इस कमी को अब पूरा कर दिया गया है.

प्रसूताओं को मिलेगी राहत

सर्टिफिकेशन के साथ यहां ब्लड स्टोरेज यूनिट बनाई जाएगी. जिला कार्यक्रम प्रबन्धक ऋषिराज ने बताया कि इन दोनों स्वास्थ्य इकाइयों पर ब्लड स्टोरेज की सुविधा शुरू हो जाने से प्रसव के लिए आने वाली प्रसूताओं को आवश्यकता पड़ने पर तत्काल खून उपलब्ध हो जाएगा. इससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में काफी मदद मिलेगी.

जिला अस्पताल में है 500 यूनिट की क्षमता

जिला अस्पताल के ब्लड बैंक के इंचार्ज डॉक्टर एमएस राजपूत बताते हैं कि अमूमन प्रति माह 150 से 200 लोगों को खून की आवश्यकता पड़ती है. कोविड के समय यह दर गिरकर 60-70 हो गई थी. ब्लड बैंक में 500 यूनिट खून रखने की क्षमता है. जरूरत के हिसाब से कैंप लगाकर और रक्त एकत्रित किया जाता है.

झांसी: जनपद की दो स्वास्थ्य इकाइयों मऊरानीपुर और बबीना इकाई को ब्लड स्टोरेज़ यूनिट का सर्टिफिकेशन मिल गया है. इन केन्द्रों से अब मरीजों को आसानी से खून मिल सकेगा. इन दोनों इकाइयों पर आपातकालीन सेवाएं तो थी लेकिन आकस्मिक रूप से खून को मुहैया कराने की सुविधा उपलब्ध नहीं थी. इस कमी को अब पूरा कर दिया गया है.

प्रसूताओं को मिलेगी राहत

सर्टिफिकेशन के साथ यहां ब्लड स्टोरेज यूनिट बनाई जाएगी. जिला कार्यक्रम प्रबन्धक ऋषिराज ने बताया कि इन दोनों स्वास्थ्य इकाइयों पर ब्लड स्टोरेज की सुविधा शुरू हो जाने से प्रसव के लिए आने वाली प्रसूताओं को आवश्यकता पड़ने पर तत्काल खून उपलब्ध हो जाएगा. इससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में काफी मदद मिलेगी.

जिला अस्पताल में है 500 यूनिट की क्षमता

जिला अस्पताल के ब्लड बैंक के इंचार्ज डॉक्टर एमएस राजपूत बताते हैं कि अमूमन प्रति माह 150 से 200 लोगों को खून की आवश्यकता पड़ती है. कोविड के समय यह दर गिरकर 60-70 हो गई थी. ब्लड बैंक में 500 यूनिट खून रखने की क्षमता है. जरूरत के हिसाब से कैंप लगाकर और रक्त एकत्रित किया जाता है.

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