झांसी: उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की तीन दिनों की राज्य स्तरीय कार्यशाला का बुधवार को झांसी में समापन हो गया. इस कार्यशाला में झांसी, चित्रकूट, बांदा, औरैया, ललितपुर, कन्नौज, हमीरपुर, आगरा और कानपुर नगर के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. कार्यशाला में 10 जिला मिशन प्रबन्धकों और 37 ब्लॉक मिशन प्रबन्धकों ने प्रशिक्षण हासिल किया.
सिखाई गई ऋण योजना से जुड़ी बारीकियां
स्वयं सहायता समूहों की ऋण योजनाओं पर बैंक कई तरह की आपत्तियां लगाकर उन्हें रोक देते हैं. ऐसे में स्वयं सहायता समूहों के लिए सूक्ष्म ऋण योजना बनाने की बारीकियां सिखाई गईं. राज्य रिसोर्स पर्सन अशोक बग्गा व अन्य विशेषज्ञों ने दस्तावेजों से जुड़ी बारीकियां प्रबन्धकों को सिखाईं, जिससे वे स्वयं सहायता समूहों को योजनाएं बनाने में मदद कर सकें.
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समूहों को मजबूत करने की कोशिश
उपायुक्त स्वतः रोजगार डॉ. नागेंद्र नारायण मिश्रा ने बताया कि इस वर्ष 1973 समूहों को आजीविका से जोड़कर आगे बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है. बैंक के स्तर पर विसंगतियां बताकर उन्हें हतोत्साहित किया जाता है. इसी दिशा में योजना का पूर्वाभ्यास कराते हुए समूहों को मजबूत बनाने और उनकी कमियां दूर करने की कोशिश हो रही है. इसके बाद बैंकों से हतोत्साहन की बात सामने नहीं आएगी.