झांसी: पुलिस मुठभेड़ में मारे गए पुष्पेंद्र यादव की श्रद्धांजलि सभा का आयोजन उनके गांव में किया गया. इस मौके पर कई राजनीतिक दल के नेता भी पहुंचे. इस मौके पर मृतक पुष्पेंद्र यादव के बड़े भाई रविंद्र यादव सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि 6 तारीख से मेरा पूरा परिवार रो रहा है, लेकिन सरकार इस मामले को जातिवाद बताकर नकार रही है. यदि मेरे भाई के ऊपर एक एनसीआर के अलावा कोई मामला साबित करके दिखा दें और यह साबित कर दें कि वह कभी जेल गया था तो मुझे बीच चौराहे पर फांसी पर लटका दें.
सरकार कर रही अत्याचार
सरकार पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि डीजीपी ऑफिस से लगातार पुलिस चौकियों में फोन आते हैं और मेरे भाई का अपराधिक इतिहास खंगाल रहे हैं. मैंने सीबीआई और सीटिंग जज से जांच कराने की मांग की, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. यदि जांच सही हो जाए तो नीचे से लेकर ऊपर तक पूरा सिस्टम फंस जाएगा. सरकार अत्याचार कर रही है.
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क्या था पूरा मामला
बीती 5 अक्टूबर को देर रात पुलिस मुठभेड़ में पुष्पेंद्र यादव की मौत हो गई थी. दूसरे दिन तड़के ही मृतक पुष्पेंद्र के परिजन ग्रामीणों के साथ गांव में धरने पर बैठ गए. सभी ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था. ऐसे में पुलिस अधिकारियों ने कई बार सभी को मनाने का प्रयास किया. कई बार माहौल बदला, लेकिन वार्ता विफल रहने से बात नहीं बन सकी. गांव में तनाव का माहौल बना रहा.
धरने पर बैठे परिजनों और ग्रामीणों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया. इस दौरान लोगों ने पुलिस के खिलाफ भी नारेबाजी की. कई बार प्रयास करने के बाद भी जब परिजन और गांव वाले नहीं माने तो पुलिस शव लेकर वापस आई और झांसी में अंतिम संस्कार कर दिया. फिलहाल तब से लेकर अब तक यह मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है.