झांसी: जिले में स्कूली शिक्षा के साथ ही विद्यार्थियों में कौशल विकास, तकनीकी ज्ञान विकसित करने और उन्हें रोजगार की ओर उन्मुख करने के मकसद से एक गैर सरकारी संस्था ने विद्यालयों में स्वपूर्ण कार्यक्रम की शुरुआत की है. जिले के महारानी लक्ष्मीबाई इंटर कॉलेज में सोमवार को इस कार्यक्रम के तहत खास सत्र का आयोजन किया गया. इस दौरान विद्यार्थियों की टीम ने विशेषज्ञों और शिक्षकों के सामने कई तरह के नए कारोबार को लेकर अपने विचार रखें.
संस्था के को-फाउंडर ब्योमकेश मिश्रा, विद्यालय के प्रधानाचार्य अरविंद और पैनलिस्ट के रूप में कृतिका व समीक्षा मौजूद रही. विद्यार्थियों की टीमों को पिछले दस से अधिक दिनों से विभिन्न तरह के आइडिया पर काम करने को कहा गया था. अलग-अलग बिजनेस आइडिया पर काम करने और उन पर रिसर्च करने के बाद सोमवार को आयोजित सत्र में विद्यार्थियों ने उसे अंतिम रूप में प्रस्तुत किया. इस दौरान कई नए तरह के आइडिया भी सामने आए.
कार्यक्रम संयोजक देवर्ष धर के मुताबिक स्वपूर्ण एक ऐसा प्रोग्राम है, जो कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों में जीवन कौशल बढ़ने पर काम करता है. एक अध्ययन में सामने आया कि 10 प्रतिशत छात्र अपनी जिंदगी में समस्यों से डर जाते है और इन्हें सुलझा नहीं पाने के कारण अपने लक्ष्य को ही बदल देते है. इस 4 महीने के इंटरैक्टिव प्रोग्राम के माध्यम से कक्षा 9 से 12 के छात्र एवं छात्राओं के कॉन्फिडेंस, कम्युनिकेशन स्किल, टीम वर्क और प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल पर काम किया जाता है.
स्कूली विद्यार्थियों ने रखे नए कारोबार को लेकर अपने विचार - स्कूली विद्यार्थियों में कौशल विकास
झांसी जिले में स्कूली विद्यार्थियों में कौशल विकास के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें विद्यार्थियों टीम ने विशेषज्ञों और शिक्षकों के सामने कई तरह के नए कारोबार को लेकर अपने विचार रखे.
झांसी: जिले में स्कूली शिक्षा के साथ ही विद्यार्थियों में कौशल विकास, तकनीकी ज्ञान विकसित करने और उन्हें रोजगार की ओर उन्मुख करने के मकसद से एक गैर सरकारी संस्था ने विद्यालयों में स्वपूर्ण कार्यक्रम की शुरुआत की है. जिले के महारानी लक्ष्मीबाई इंटर कॉलेज में सोमवार को इस कार्यक्रम के तहत खास सत्र का आयोजन किया गया. इस दौरान विद्यार्थियों की टीम ने विशेषज्ञों और शिक्षकों के सामने कई तरह के नए कारोबार को लेकर अपने विचार रखें.
संस्था के को-फाउंडर ब्योमकेश मिश्रा, विद्यालय के प्रधानाचार्य अरविंद और पैनलिस्ट के रूप में कृतिका व समीक्षा मौजूद रही. विद्यार्थियों की टीमों को पिछले दस से अधिक दिनों से विभिन्न तरह के आइडिया पर काम करने को कहा गया था. अलग-अलग बिजनेस आइडिया पर काम करने और उन पर रिसर्च करने के बाद सोमवार को आयोजित सत्र में विद्यार्थियों ने उसे अंतिम रूप में प्रस्तुत किया. इस दौरान कई नए तरह के आइडिया भी सामने आए.
कार्यक्रम संयोजक देवर्ष धर के मुताबिक स्वपूर्ण एक ऐसा प्रोग्राम है, जो कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों में जीवन कौशल बढ़ने पर काम करता है. एक अध्ययन में सामने आया कि 10 प्रतिशत छात्र अपनी जिंदगी में समस्यों से डर जाते है और इन्हें सुलझा नहीं पाने के कारण अपने लक्ष्य को ही बदल देते है. इस 4 महीने के इंटरैक्टिव प्रोग्राम के माध्यम से कक्षा 9 से 12 के छात्र एवं छात्राओं के कॉन्फिडेंस, कम्युनिकेशन स्किल, टीम वर्क और प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल पर काम किया जाता है.