झांसी : बुन्देलखण्ड में अवैध रूप से अफीम की खेती का खुलासा हुआ है. झांसी के सीपरी बाजार थाना क्षेत्र के लहरगिर्द गांव में गोपनीय सूचना पर पुलिस ने पड़ताल की, तो मामले का खुलासा हुआ. अब पुलिस मामले में केस दर्ज कर कार्रवाई की तैयारी कर रही है. अफीम की खेती से पुलिस और प्रशासन के अफसर हैरत में हैं.
गेहूं और जौ की खेती के बीच अफीम उगाई
पुलिस को पिछले कई दिनों से यह जानकारी मिल रही थी कि लहरगिर्द गांव में गेहूं और जौ की खेती के बीच अफीम उगाई जा रही है. अफीम की खेती बिना अनुमति नहीं की जा सकती, इसलिए पुलिस हरकत में आ गई. बुधवार को पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो उसे अफीम जैसी फसल दिखाई दी. लेकिन जानकारी के अभाव में पुष्टि नहीं हो पाई. वहीं गुरुवार को पुलिस ने इस बात को पुख्ता करते हुए बताया कि यह संदिग्ध फसल अफीम की ही है. इसके बाद पुलिस ने फसल के सैम्पल लिए और विधि विज्ञान प्रयोगशाला जांच के लिए भेज दिया. साथ ही जिन लोगों ने फसल उगाए थे, उनसे अनुमति से जुड़े कागज मांगे गए, तो वे किसी तरह के कागजात नहीं दिखा सके.
अफीम की खेती का लाइसेंस मांगा
झांसी के एसपी सिटी डॉ. विवेक त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस को गेहूं और जौ की खेती के बीच अफीम की खेती की सूचना मिली थी. खेत के मालिक संतोष राजपूत और हरिओम राजपूत से अफीम की खेती का लाइसेंस मांगा गया है. यदि बिना लाइसेंस खेती की जा रही है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
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