झांसी: रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण के दौरान शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वविद्यालय के पांच विद्यार्थियों से संवाद किया. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विद्यार्थियों से उनकी रुचि के बारे में जानकारी लेने के साथ ही उन्हें कृषि क्षेत्र में अपने योगदान को बढ़ाने के लिए प्रेरित किया. विद्यार्थियों के साथ पीएम का संवाद बेहद रोचक रहा.
विद्यार्थियों से पीएम ने पूछे सवाल
प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ की रहने वाली योगांशी, राजस्थान के जयपुर के रहने वाले नरेंद्र सेन, झांसी की स्वाति सिंह, मध्य प्रदेश के छतरपुर के मयंक जैन और आंध्र प्रदेश के टोनी मनोज कुमार के साथ संवाद किया. योगांशी ने पीएम को बताया कि उसका झुकाव शुरू से ही कृषि में रहा है, इसलिए उसने बीएससी कृषि में प्रवेश लिया.
पीएम की छात्र नरेंद्र से दिलचस्प बातचीत
नरेंद्र सेन से बातचीत के दौरान पीएम ने कहा कि आज एक नरेंद्र को दूसरे नरेंद्र से बात करने का मौका मिल रहा है. नरेंद्र ने पीएम को बताया कि राजस्थान में मसालों की अधिक खेती होती है, जबकि बुन्देलखण्ड में तिलहन और दलहन अधिक होता है. स्वाति ने पीएम से कहा कि वह प्रशासनिक सेवा में जाना चाहती हैं और कृषि व किसान कल्याण के लिए काम करना चाहती हैं. मयंक ने पीएम से अपने गृह के क्षेत्र की प्राकृतिक स्थिति के बारे में कहा कि प्रकृति के अनुभवों को महसूस करते हैं, तो कष्टदायक जिंदगी आरामदायक लगने लगती है.
आंध्र प्रदेश के छात्र ने पीएम का तेलगु में किया अभिवादन
आंध्र प्रदेश के रहने वाले परास्नातक छात्र टोनी मनोज कुमार ने पीएम मोदी से कहा कि आज तेलगु भाषा दिवस है और इस मौके पर तेलगु में कुछ बोलने की इच्छा जताई. पीएम ने कहा कि उन्हें यह सुनकर अच्छा लगेगा. टोनी ने पीएम मोदी से कहा कि इस विश्वविद्यालय में 22 राज्यों के विद्यार्थी हैं और उनके साथ रहकर पढ़ने और चर्चा करने का मौका मिला. टोनी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस तरह का मौका बहुत कम विद्यार्थियों को मिलता है. पीएम ने जो बातें बताई हैं, उन्हें जीवन में लागू करने की कोशिश करेंगे.