झांसी: विकास भवन सभागार में शुक्रवार को सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास निधि, विधान मण्डल क्षेत्र विकास निधि, बुन्देलखण्ड विकास निधि एवं 50 लाख से अधिक लागत की परियोजना के तहत कराये जा रहे निर्माण कार्यों की बिन्दुवार समीक्षा में कई खामियां निकलकर सामने आईं. यूपीएसआईडीसी के कार्यों की समीक्षा करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि यूपीसिडको वित्तीय वर्ष 2020-21 में 12 कार्य करा रहा है, जिसकी स्वीकृत लागत 45.71 करोड़ है और अवमुक्त 26.10 करोड़ तथा व्यय मात्र 18.05 करोड़ है. डीएम ने सभी कार्यों की जांच टेक्नीकल कमेटी गठित करते हुये कराये जाने के निर्देश दिये और कहा कि यदि जांच में गड़बड़ी पायी जाती है, तो एफआईआर दर्ज की जाये.
बैठक में 50 लाख लागत की सड़क परियोजनाओं की समीक्षा में जिला पंचायत द्वारा 3 सड़क निर्माण की जानकारी ली. तीनों सड़क की कुल लम्बाई 102.45 किमी है. स्वीकृत लागत 2.38 करोड़ और अवमुक्त धनराशि 2.38 करोड़ है लेकिन आभी तक कोई व्यय नही किया गया है. जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि जल्द कार्य प्रारम्भ करते हुये धनराशि व्यय करना सुनिश्चित करें.
बैठक में बुंदेलखंड विकास निधि राज्यांश और बुंदेलखंड विकास निधि जिलांश की समीक्षा की. बैठक में बताया गया कि वर्ष 2018 - 19 के राज्यांश के 16 कार्य पूर्ण हो. इनमें संपर्क मार्ग शामिल हैं. वर्ष 2019-20 के दो कार्य पूर्ण हो गए और वर्ष 2020 - 21 के कार्यों के टेंडर जारी किए जा चुके हैं. इसके साथ ही बुंदेलखंड विकास निधि जिलांश के तहत 186 कार्यों में 179 कार्य पूर्ण हो गए हैं. एक कार्य प्रगति पर है और 6 कार्य सरेंडर कर दिए गए हैं. वर्ष 2019-20 में 166 कार्य और 2020-21 में 216 कार्य हैं, जो प्रगति पर हैं.
UPSIDC के कामों की टेक्निकल कमेटी से जांच के आदेश, गड़बड़ी पर दर्ज होगी FIR - झांसी खबर
झांसी में विकास भवन सभागार में शुक्रवार को सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास निधि, विधान मण्डल क्षेत्र विकास निधि, बुन्देलखण्ड विकास निधि एवं 50 लाख से अधिक लागत की परियोजना के तहत कराये जा रहे निर्माण कार्यों की बिन्दुवार समीक्षा में कई खामियां निकलकर सामने आई हैं. डीएम ने सभी कार्यों की जांच कराये जाने के निर्देश दिये हैं और कहा कि यदि जांच में गड़बड़ी पायी जाती है, तो एफआईआर दर्ज की जाये.
झांसी: विकास भवन सभागार में शुक्रवार को सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास निधि, विधान मण्डल क्षेत्र विकास निधि, बुन्देलखण्ड विकास निधि एवं 50 लाख से अधिक लागत की परियोजना के तहत कराये जा रहे निर्माण कार्यों की बिन्दुवार समीक्षा में कई खामियां निकलकर सामने आईं. यूपीएसआईडीसी के कार्यों की समीक्षा करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि यूपीसिडको वित्तीय वर्ष 2020-21 में 12 कार्य करा रहा है, जिसकी स्वीकृत लागत 45.71 करोड़ है और अवमुक्त 26.10 करोड़ तथा व्यय मात्र 18.05 करोड़ है. डीएम ने सभी कार्यों की जांच टेक्नीकल कमेटी गठित करते हुये कराये जाने के निर्देश दिये और कहा कि यदि जांच में गड़बड़ी पायी जाती है, तो एफआईआर दर्ज की जाये.
बैठक में 50 लाख लागत की सड़क परियोजनाओं की समीक्षा में जिला पंचायत द्वारा 3 सड़क निर्माण की जानकारी ली. तीनों सड़क की कुल लम्बाई 102.45 किमी है. स्वीकृत लागत 2.38 करोड़ और अवमुक्त धनराशि 2.38 करोड़ है लेकिन आभी तक कोई व्यय नही किया गया है. जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि जल्द कार्य प्रारम्भ करते हुये धनराशि व्यय करना सुनिश्चित करें.
बैठक में बुंदेलखंड विकास निधि राज्यांश और बुंदेलखंड विकास निधि जिलांश की समीक्षा की. बैठक में बताया गया कि वर्ष 2018 - 19 के राज्यांश के 16 कार्य पूर्ण हो. इनमें संपर्क मार्ग शामिल हैं. वर्ष 2019-20 के दो कार्य पूर्ण हो गए और वर्ष 2020 - 21 के कार्यों के टेंडर जारी किए जा चुके हैं. इसके साथ ही बुंदेलखंड विकास निधि जिलांश के तहत 186 कार्यों में 179 कार्य पूर्ण हो गए हैं. एक कार्य प्रगति पर है और 6 कार्य सरेंडर कर दिए गए हैं. वर्ष 2019-20 में 166 कार्य और 2020-21 में 216 कार्य हैं, जो प्रगति पर हैं.