झांसी : जनपद के सौनकपुरा गांव में रविवार को उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के बैनर तले किसान पंचायत का आयोजन हुआ. कृषि कानूनों को वापस लेने, जनपद के किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का क्लेम दिलाने सहित किसानों की अन्य समस्याओं को लेकर इस पंचायत में आवाज बुलंद की गई.
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खेतों में नहीं हो सकी बुवाई
पंचायत में किसानों ने कहा कि सिंचाई के साधन न होने से हजारों एकड़ जमीन आज भी खाली पड़ी है. साल 2019 का खरीफ का बीमा प्रीमियम काटने के बाद सरकार ने आज तक किसानों के खाते में क्लेम की धनराशि नहीं डाली. किसानों ने कहा कि अगर सरकार लहचूरा बांध से रूट कैनाल की व्यवस्था कर दे तो घाट लहचूरा, चकरा बमोरी, सिजारी बुजुर्ग, सिजारी खुर्द, इटायल, खदरका, लाडोनी, बमोरी, सोनकपुरा, खडोरा, इमलोटा, बरोटा आदि 80 गांवों में सिंचाई की समस्या दूर हो सकती है.
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फसल बीमा क्लेम से 50 हजार किसान वंचित
उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिव नारायण सिंह ने कहा कि सरकार किसानों के प्रति संवेदनशील नहीं है. जनपद झांसी की तहसील गरौठा में आज भी हजारों एकड़ जमीन पानी के अभाव में खाली पड़ी हैं. केंद्र सरकार अपना कृषि कानून जबरन किसानों पर थोपना चाहती है जबकि किसान इस कानून को नहीं चाहते. दावा किया कि जनपद के पचास हजार किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा का अभी तक लाभ नहीं मिला है.