झांसी: हर साल धूमधाम के साथ आयोजित होने वाली बुंदेलखंड कांवड़ यात्रा इस साल आयोजित नहीं की जाएगी. समिति के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने इस वर्ष सावन के महीने में कांवड़ यात्रा की जगह बुंदेलखंड के अलग-अलग जनपदों में 51हजार पौध रोपण करने का लक्ष्य लिया है. बुधवार को सर्किट हाउस में प्रेस कांफ्रेंस कर आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने पौधरोपण के बारे में जानकारी दी.
इन स्थानों पर लगेंगे पौधे
आयोजन समिति के मुताबिक कोरोना संकट के कारण इस बार कांवड़ यात्रा का आयोजन सम्भव नहीं है. समिति इस साल सावन में बड़े पैमाने पर पौधरोपण कार्यक्रम करने जा रही है. झांसी में तीस हजार, ललितपुर में पांच हजार, जालौन में एक हजार, महोबा में एक हजार, हमीरपुर में एक हजार, बांदा में एक हजार, मध्य प्रदेश के निवाड़ी में पांच हजार, दतिया में पांच हजार, टीकमगढ़ में एक हजार और शिवपुरी में एक हजार पौधे रोपे जाएंगे. हर सोमवार को समिति से जुड़े सदस्य अपने घर के पास जलाभिषेक करने के बाद पौधरोपण करेंगे.
समिति के सदस्य ने दी जानकारी
बुंदेलखंड कांवड़ यात्रा समिति के आयोजक संजीव श्रृंगीऋषि ने बताया कि 2017 से पूरे बुंदेलखंड की कांवड़ यात्रा झांसी में निकाली जाती है. कांवड़ यात्रा समिति ने कार्यक्रम स्थगित कर कुछ निर्णय लिए हैं. एक महीने में पूरे बुंदेलखंड में 51 हजार पौधे लगाएंगे. इसके अलावा 51 मंदिरों में जलाभिषेक करेंगे, लेकिन किसी भी स्थान पर पांच से अधिक लोग जमा नहीं होंगे.