झांसीः कृभकों ने कोरोना के खिलाफ जंग में प्रधानमंत्री राहत कोष में दो करोड़ रुपये की सहयोग राशि दी है. कृभको के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ चंद्रपाल सिंह यादव ने इस बात की जानकारी दी. डॉ. चंद्रपाल सिंह यादव इससे पहले सांसद निधि से झांसी, ललितपुर और जालौन जनपदों को कोरोना से निपटने के लिए 35 लाख रुपये की मदद दे चुके हैं.
रेलवे कर रहा कोयले की सप्लाई
लॉकडाउन की अवधि में आवश्यक सामानों की आपूर्ति के लिए झांसी मण्डल के लोको पायलट, सहायक लोको पायलट और गार्ड अपनी ड्यूटी पर लगे हुए हैं. रेलवे अफसरों के मुताबिक थर्मल पावर स्टेशन को कोयले की सप्लाई नियमित रूप से की जा रही है. लॉबी को हर दो घण्टे के अंतराल पर सैनेटाइज किया जा रहा है.
भोजन और राशन का वितरण जारी
जनपद में लॉकडाउन में भोजन और राशन का वितरण विभिन्न संगठनों के लोग लगातार कर रहे हैं. परमार्थ संस्था के प्रमुख डॉ संजय सिंह ने बताया कि पलायन कर आ रहे लोगों को उनकी संस्था के कम्युनिटी किचन द्वारा लगातार भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. न्यू इंडिया फाउंडेशन के स्वयंसेवकों ने आवास विकास, सीपरी, स्टेशन रोड, इलाइट चौराहा, पाल कालोनी सहित कई अन्य स्थानों पर भोजन बांटा. व्यापारी नेता राजीव राय ने बताया कि आरा मशीन मोहल्ले में जरूरत मन्द लोगों को राशन और भोजन के पैकेट उपलब्ध कराए गए.
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सीएचसी बड़ागांव में मॉकड्रिल
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ागांव में कोरोना के लिए बनाई गई इकाई एल-1 में आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए मॉकड्रिल की गई. क्वालिटी सलाहकार डॉ. मनीष खरे ने बताया कि इकाई में 25-25 सदस्यों की दो टीम बनाई गई हैं. इसमें से एक टीम 14 दिन ड्यूटी पर रहेगी और दूसरी टीम 14 दिन आइसोलेशन में. इसी तरह दूसरी टीम काम करेगी.
दायित्व के साथ दूरी बनाए रखने की सलाह
अल्पसंख्यक मोर्चा के टहरौली मण्डल अध्यक्ष आरिफ खान और उद्योग व्यापार मंडल टहरौली के अध्यक्ष रीतेश मिश्रा ने बाईपास और अन्य सड़कों पर पैदल राहगीरों व अन्य यात्रियों को भोजन के पैकेट उपलब्ध कराए. इस मौके पर श्री सिद्धनाथ धाम टहरौली के महंत सुखदेव दास त्यागी ने लोगों से सामाजिक दायित्व निर्वहन के साथ ही सामाजिक दूरी को भी बनाये रखने की सलाह दी.
गूगल क्लास रूम और जूम प्लेटफार्म से चलेंगी कक्षाएं
बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जे वी वैशम्पायन ने मंगलवार को अपने आवास पर एक बैठक की. कुलपति ने बताया कि वाट्सऐप ग्रुप के माध्यम से विद्यार्थियों को अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है. बैठक में तय हुआ कि विद्यार्थियों को गूगल क्लासेस और जूम के माध्यम से अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाए.