झांसी: संपूर्ण समाधान दिवस के मौके पर जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने मंगलवार को तहसील सदर का निरीक्षण किया. उन्होंने लेखपालों को प्राइवेट व्यक्तियों से काम कराए जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ऐसा करने से गोपनीयता भंग होती है. यदि जांच में यह जानकारी प्राप्त होगी तो लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. कलेक्ट्रेट में लेखपालों को कमरे आवंटन पर सख्त ऐतराज जताते हुए तत्काल आवंटन रद्द करने के निर्देश दिए.
जिलाधिकारी ने तहसील सदर के सभी पटलों का निरीक्षण किया और कमियां पाए जाने पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए. स्थानांतरण हो जाने के बाद भी तहसीलदार द्वारा कर्मचारी को रिलीव न करने पर उन्होंने सख्त नाराजगी व्यक्त की और तहसीलदार को चार्टशीट दिए जाने के निर्देश दिए. तहसील में गंदगी पाए जाने पर नाजिर तहसील सदर का वेतन रोके जाने के साथ ही तीन लेखपाल और कानूनगो का भी वेतन रोके जाने और दो लेखपालों को निलंबित किए जाने के निर्देश दिए. जिलाधिकारी ने तहसील परिसर में बने पार्क की जांच के आदेश दिये.
उन्होंने कहा कि तहसील सदर में धारा 67 का निस्तारण बेहद खराब है और इससे जनपद की छवि भी धूमिल हो रही है. लेखपालों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि धारा 122 बी मुकदमों में तहसील सदर की वसूली 1 करोड़ 04 लाख के सापेक्ष वसूली शून्य है. उन्होंने फटकार लगाते हुए लेखपालों से कहा कि तत्काल ऐसे प्रकरणों का निस्तारण त्वरित गति से किये जाए.