झांसी: झांसी-कानपुर हाईवे मार्ग के जालौन-झांसी बॉर्डर पर पर जालौन प्रशासन ने इस सप्ताह में दूसरी बार बैरियर लगा कर प्रवासी मजदूरों के वाहनों को जनपद की सीमा में प्रवेश करने से रोक दिया. बॉर्डर पर काफी पुलिस तैनात कर दी गई, जिससे मजदूर उत्तेजित हो गए और जमकर पत्थर बरसाए, जिसमें एक दारोगा और सिपाही चोटिल हो गए. मजदूर पुलिस द्वारा लगाए बैरियर को तोड़कर अपने वाहन निकाल ले गए. इस दौरान पांच घण्टे तक जाम लगा रहा और लोग बेहाल रहे.
महाराष्ट्र और अन्य जगहों से लौट रहे प्रवासी मजदूरों के वाहनों को जालौन की सीमा के अंदर नहीं घुसने दिया गया और उन्हें वापस लौटाया जाने लगा. इससे करीब पांच किमी लंबा जाम लग गया. मजदूर पुलिस के साथ लगातार बातचीत करते रहे, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला.
जालौन सीमा पर पांच थानों की पुलिस बल तैनात थी, जो मजदूरों को नहीं निकलने दे रही थी. मजदूर खाने-पीने को तरस गए. कड़ी धूप में महिलाएं-बच्चे भूख और प्यास से तड़पने लगे. परेशान प्रवासी मजदूरों का धैर्य जवाब दे गया और उन्होंने आक्रोश में जमकर नारेबाजी करते हुए पत्थर चलना शुरू कर दिया.
करीब 30 मिनट तक मजदूरों ने पत्थरबाजी की, जिसमें एक दारोगा और एक सिपाही नीतू कुमार चोटिल हो गए. घायल सिपाही को अस्पताल भेजा गया है. सड़क पर 8 से 10 हजार की संख्या में मजदूर एकत्र हो गए और बवाल काटने लगे.
खबर का असर: झांसी DM ने होटल में की स्टाफ नर्सों के क्वारंटाइन की व्यवस्था
मजदूरों ने जालौन पुलिस के बैरियर को तोड़ दिया और अपने वाहन निकाल ले गए. एक बार फिर से पुलिस ने वाहनों को रोकने की कोशिश की, लेकिन मजदूरों के आक्रोश के आगे पुलिस पीछे हट गई. इस दौरान पांच घंटे तक मजदूर, महिलाएं और बच्चे पानी के लिए तरस गए.