झांसी: महानगर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत हर चौराहे पर अब ट्रैफिक लाइट के साथ कैमरे लगे होंगे. इसके साथ ही सार्वजनिक पार्कों में वाईफाई की सुविधा लोगों को उपलब्ध होगी. पार्किंग स्थलों की निगरानी कैमरे से की जाएगी. जिले में जनता से सीधे बात करने के लिए एलईडी के साथ पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम भी लगाया जाएगा. यह जानकारी कमिश्नर सुभाष चंद शर्मा ने आयुक्त सभागार में स्मार्ट सिटी के तहत महानगर में आईसीसीसी बनाए जाने के लिए आयोजित किक ऑफ मीटिंग में दी.
कमिश्नर ने निर्देश दिए कि अब बहुत सारे विभागों की सेवाएं इंटीग्रेटेड होगी, इसलिए सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ सूचनाओं का पारदर्शिता के साथ आदान-प्रदान करें. कमिश्नर ने इंटीग्रेटेड कंट्रोल सेंटर की शुरुआती बैठक में बताया कि इसमें रेलवे, छावनी परिषद, पुलिस, मजिस्ट्रेट, परिवहन, टेलीफोन, लोक निर्माण विभाग, जल निगम, जल संस्थान, विद्युत विभाग सहित अनेक विभाग शामिल हैं, जिनकी सर्विस आईसीसीसी में इंटीग्रेटेड होगी.
'कैमरे में कैद हों छोटी से छोटी चीज'
बैठक में आईजी एसएस बघेल ने सुझाव देते हुए कहा कि चौराहों पर जो कैमरे लगाए जाएं वे आधुनिक हों, ताकि ट्रैफिक नियम तोड़नेवालों व जरूरत के समय गाड़ी नंबर के साथ चेहरे की भी पहचान की जा सके. उन्होंने यह भी कहा कि कैमरे को ऐसे डिप्लायड किया जाए, जिसमें हम छोटी से छोटी चीज को कैप्चर कर सकें.
180 करोड़ का बजट
आईसीसीसी की किक ऑफ मीटिंग में प्रोजेक्ट मैनेजर जिग्नेश दुबे ने बताया कि लगभग 180 करोड़ रूपये से कार्य कराया जाना है. इंट्रीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का निर्माण जल्द पूर्ण किया जाएगा. झांसी महानगर में आईसीसीसी के तहत 80 कैमरे लगाए जाएंगे.
ये रहे उपस्थित
इस बैठक में एसएसपी डॉ. प्रदीप कुमार, नगर आयुक्त मनोज कुमार सिंह, अपर आयुक्त सर्वेश कुमार दीक्षित, एसपी सिटी राहुल श्रीवास्तव, मुख्य अभियंता नगर निगम लक्ष्मी नारायण सिंह, अपर नगर आयुक्त शादाब अहमद सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे.