झांसी: बुन्देलखण्ड में जल अधिकारों के लिए संघर्ष कर रही महिला कार्यकर्ताओं ने पंचायत चुनाव में दावेदारी पेश की है. जल सहेलियों के नाम से बुन्देलखण्ड के ग्रामीण अंचलों में अपनी पहचान कायम करने वाली इन कार्यकर्ताओं में से पंद्रह महिलाओं ने झांसी जनपद में पंचायत चुनाव में अलग-अलग पदों पर पर्चा दाखिल किया है. सबसे खास बात यह है कि इन सभी जल सहेलियों के चुनाव के प्रमुख एजेंडे में पानी से जुड़ी समस्याएं और उनके प्रबंधन से जुड़े वादे शामिल हैं.
पानी के मुद्दे पर हैं चुनावी मैदान में
जल सहेली और ग्राम प्रधान पद की प्रत्याशी वती कहती हैं कि झांसी जनपद के बबीना ब्लॉक के ग्राम खजराहा बुजुर्ग में बहुत सारे लोग पानी से वंचित है. मेरा मन हुआ कि अपने दम पर चुनाव लड़ूं और इस समस्या के समाधान की कोशिश करूं. बबीना ब्लॉक के ग्राम सिमरावारी की जल सहेली मीरा कहती हैं कि वे बीडीसी का चुनाव लड़ रही हैं. उनके गांव में पानी की काफी समस्या है. गांव को पानीदार बनाना और जल संकटमुक्त बनाना मकसद है.
15 जल सहेलियां लड़ रहीं चुनाव
सामाजिक कार्यकर्ता संजय सिंह बताते हैं कि ये महिलाएं लगातार पानी के मुद्दों पर काम कर रही थीं. ये सारी महिलाएं खुद अपना नेतृत्व कर रही हैं. ये प्रधानी खुद संभालेंगी. घूंघट और पर्दे से मुक्त होकर अपने काम को अंजाम देंगी. इन्हें लगता है कि ये खुद सरपंच या प्रधान बनेंगी तो गांव को पानीदार बनाने में मदद मिलेगी. झांसी जिले में 15 जल सहेलियां चुनाव मैदान में हैं, जिनमें से 8 ग्राम प्रधान के लिए जबकि 7 बीडीसी सदस्य के लिए मैदान में हैं.