झांसी: मंडल रेल प्रबंधक संदीप माथुर ने शुक्रवार को रानी लक्ष्मी नगर स्थित पश्चिम रेलवे कॉलोनी में अभिनव पहल के तहत सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया. सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का संस्थापन कार्य पूरा कर इसकी शुरुआत की गयी. इस प्लांट के माध्यम से सीवेज वाटर का बायोलॉजिकल ट्रीटमेंट करते हुए फिर से प्रयोग में लाया जाएगा.
प्लांट की खासियत
यह प्लांट आठ घंटे की एक पाली में 50 हजार लीटर पानी को पुन: प्रयोग लायक बनने की क्षमता रखता है. इससे वाटर पॉल्युशन और पानी की बर्बादी पर अंकुश लगेगा. ट्रीटेड वाटर सप्लाई पहले चरण में पश्चिम कॉलोनी स्थित 76 आवासों में गार्डनिंग के लिए प्रदान की जा रही है, जोकि अगले चरण में टॉयलेट आदि के प्रयोग में उपलब्ध करायी जाएगी.
मंडल रेल प्रबंधक ने एक अन्य 50 हजार लीटर क्षमता के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के संस्थापन कार्य का भी निरीक्षण दिया. गुलाम गौस मार्ग स्थित यह प्लांट एक सप्ताह में तैयार हो जाएगा. इस प्लांट से ट्रीटेड पानी आरओएच डिपो में उपलब्ध कराएगा और दूसरे चरण में एमएलआर वर्कशॉप से जुड़े 40 आवासों को भी सप्लाई उपलब्ध करा सकेगा. दोनों वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के दो पालियों में संचालन से 2 लाख लीटर पानी उपलब्ध हो सकेगा.
वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के निरीक्षण के बाद डीआरएम संदीप माथुर ने रेलवे आवासीय कॉलोनी का निरीक्षण किया तथा सफाई व्यवस्था से संतुष्ट होकर संबंधित इंजीनियर और चिकित्सा कर्मियों के लिए ग्रुप अवार्ड की घोषणा की. इसके बाद उन्होंने पुलिया नंबर-9 स्थित अंडर ब्रिज का निरीक्षण किया. यहां उन्होंने आवश्यक सुधार के दिशा-निर्देश दिए.